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Information
Old NCERT is important for UPSC exam preparation. Aspirants should always start their UPSC Civil Services preparation from the basic NCERT books.
Mostly IAS toppers told that NCERT is the foundation of their exam preparation.NCERT are very important from prelims perspective.
We are Providing NCERT based quiz for your preparation. In this quiz, There will have 5 questions in each quiz. The questions are mainly framed from old NCERT class 6 to 12. This quiz is intended to introduce you to basic concepts and certain relevant to UPSC IAS civil services preliminary exam.
Hope this test will help to increase your preparation level.
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Question 1 of 5
1. Question
2 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन जैन सिद्धान्त के अनुरूप है/हैं?
1. अहिंसा का पालन करना चाहिये।
2. किसी जीव को न तो कष्ट देना चाहिये और न ही उसकी हत्या करनी चाहिये।
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये-Correct
उत्तरः (c)
व्याख्याःउपर्युक्त दोनों कथन सही हैं। जैन शब्द ‘जिन’ शब्द से निकला है जिसका अर्थ है ‘विजेता’।
महावीर ने कहा था ‘सभी जीव जीना चाहते हैं सभी के लिये जीवन प्रिय है’। अतः दोनों कथन सही हैं।
महावीर स्वामी का जन्म लगभग 2500 वर्ष पूर्व हुआ था। ये वज्जि संघ के लिच्छवि कुल के क्षत्रिय राजकुमार थे।
महावीर ने 30 वर्ष की उम्र में घर छोड़ा और जंगल में रहने लगे। 12 वर्ष का कठिन और एकाकी जीवन व्यतीत करने के बाद उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ।Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्याःउपर्युक्त दोनों कथन सही हैं। जैन शब्द ‘जिन’ शब्द से निकला है जिसका अर्थ है ‘विजेता’।
महावीर ने कहा था ‘सभी जीव जीना चाहते हैं सभी के लिये जीवन प्रिय है’। अतः दोनों कथन सही हैं।
महावीर स्वामी का जन्म लगभग 2500 वर्ष पूर्व हुआ था। ये वज्जि संघ के लिच्छवि कुल के क्षत्रिय राजकुमार थे।
महावीर ने 30 वर्ष की उम्र में घर छोड़ा और जंगल में रहने लगे। 12 वर्ष का कठिन और एकाकी जीवन व्यतीत करने के बाद उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ। -
Question 2 of 5
2. Question
2 pointsबुद्ध की शिक्षाओं के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये-
1. बुद्ध ने दुःख का कारण ‘तृष्णा’ (लालसा) को बताया।
2. उन्होंने कहा आत्मसंयम अपनाकर मनुष्य तृष्णा से मुक्ति पा सकता है।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से कथन उनकी शिक्षाओं के संदर्भ में सत्य है/हैं?Correct
उत्तरः (c)
व्याख्याःउपर्युक्त दोनों कथन सही हैं। बुद्ध ने जीवन में दुःख का कारण तृष्णा (लालसा) को बताया।
उन्होंने आत्मसंयम का मार्ग बताकर तृष्णा से मुक्ति का उपाय बताया।Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्याःउपर्युक्त दोनों कथन सही हैं। बुद्ध ने जीवन में दुःख का कारण तृष्णा (लालसा) को बताया।
उन्होंने आत्मसंयम का मार्ग बताकर तृष्णा से मुक्ति का उपाय बताया। -
Question 3 of 5
3. Question
2 pointsबुद्ध द्वारा पहली बार उपदेश देने की महत्त्वपूर्ण घटना की स्मृति में कहाँ एक स्तूप का निर्माण किया गया था?
Correct
उत्तरः (b)
व्याख्याःबुद्ध का जन्म लगभग 2500 वर्ष पूर्व हुआ। ये शाक्य गण के क्षत्रिय राजकुमार थे।
बुद्ध को बोधगया (बिहार) में पीपल के वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ। वाराणसी के निकट सारनाथ में सर्वप्रथम बुद्ध द्वारा उपदेश दिया गया था। इसी घटना की स्मृति में यहाँ स्तूप का निर्माण हुआ। बुद्ध ने अपनी शिक्षा सामान्य लोगों को प्राकृत भाषा में दी ताकि लोग उसे आसानी से समझ सकें परंतु इनका लेख कार्य सामान्यतः पालि भाषा में हुआ।
बुद्ध की मृत्यु कुशीनारा नामक स्थान पर हुई।Incorrect
उत्तरः (b)
व्याख्याःबुद्ध का जन्म लगभग 2500 वर्ष पूर्व हुआ। ये शाक्य गण के क्षत्रिय राजकुमार थे।
बुद्ध को बोधगया (बिहार) में पीपल के वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ। वाराणसी के निकट सारनाथ में सर्वप्रथम बुद्ध द्वारा उपदेश दिया गया था। इसी घटना की स्मृति में यहाँ स्तूप का निर्माण हुआ। बुद्ध ने अपनी शिक्षा सामान्य लोगों को प्राकृत भाषा में दी ताकि लोग उसे आसानी से समझ सकें परंतु इनका लेख कार्य सामान्यतः पालि भाषा में हुआ।
बुद्ध की मृत्यु कुशीनारा नामक स्थान पर हुई। -
Question 4 of 5
4. Question
2 pointsकथन (A): साधारण जन भी महावीर और उनके अनुयायियों की शिक्षाओं को समझ सके।
कारण (R): महावीर और उनके अनुयायियों ने अपनी शिक्षा प्राकृत भाषा में दी।
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर का चयन कीजिये-Correct
उत्तरः (a)
व्याख्याःसामान्य बोल चाल की भाषा ही प्राकृत भाषा कहलाती थी। प्रचलन क्षेत्र के आधार पर ही उनके अलग-अलग नाम थे, जैसे- मगध में बोली जाने वाली प्राकृत भाषा ‘मागधी’ कहलाती थी।
महावीर ने अपनी शिक्षा के लिये प्राकृत भाषा का चुनाव किया ताकि आम जन उन्हें समझ सकें। अतः विकल्प (a) सही है।Incorrect
उत्तरः (a)
व्याख्याःसामान्य बोल चाल की भाषा ही प्राकृत भाषा कहलाती थी। प्रचलन क्षेत्र के आधार पर ही उनके अलग-अलग नाम थे, जैसे- मगध में बोली जाने वाली प्राकृत भाषा ‘मागधी’ कहलाती थी।
महावीर ने अपनी शिक्षा के लिये प्राकृत भाषा का चुनाव किया ताकि आम जन उन्हें समझ सकें। अतः विकल्प (a) सही है। -
Question 5 of 5
5. Question
2 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन बौद्ध संघ के संदर्भ में सही है/हैं?
1. संघ भिक्षु-भिक्षुणिओं का एक संगठन था।
2. संघ में रहने वाले बौद्ध भिक्षुओं के लिये बनाए गए नियम ‘विनयपिटक’ में मिलते हैं।
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये-Correct
उत्तरः (c)
व्याख्याःसंघ भिक्षु-भिक्षुणियों का संगठन था जहाँ घर का त्याग करने वाले लोग एक साथ रह सकते थे।
संघ में रहने वाले बौद्ध भिक्षुओं और भिक्षुणियों के लिये बनाए गए नियम ‘विनयपिटक’ नामक ग्रंथ में उल्लेखित हैं।Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्याःसंघ भिक्षु-भिक्षुणियों का संगठन था जहाँ घर का त्याग करने वाले लोग एक साथ रह सकते थे।
संघ में रहने वाले बौद्ध भिक्षुओं और भिक्षुणियों के लिये बनाए गए नियम ‘विनयपिटक’ नामक ग्रंथ में उल्लेखित हैं।