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Information
Old NCERT is important for UPSC exam preparation. Aspirants should always start their UPSC Civil Services preparation from the basic NCERT books.
Mostly IAS toppers told that NCERT is the foundation of their exam preparation.NCERT are very important from prelims perspective.
We are Providing NCERT based quiz for your preparation. In this quiz, There will have 5 questions in each quiz. The questions are mainly framed from old NCERT class 6 to 12. This quiz is intended to introduce you to basic concepts and certain relevant to UPSC IAS civil services preliminary exam.
Hope this test will help to increase your preparation level.
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Question 1 of 5
1. Question
2 pointsकिसी गर्म दिन की दोपहर में किसी खेत अथवा खुले मैदान में ज़मीन के ऊपर की वायु कंपदीप्त(Shimmer) होती दिखाई देती है। ऐसा निम्नलिखित में से किसके कारण होता है?
Correct
उत्तरः (a)
व्याख्याः गर्म दिनों में मृदा से जल के वाष्पन के कारण ऊपर उठती जलवाष्प वायु को अपेक्षाकृत सघन बना देती है। इससे सूर्य के प्रकाश के परावर्तन के कारण मृदा के ऊपर की वायु कंपदीप्त(Shimmer) प्रतीत होती है।Incorrect
उत्तरः (a)
व्याख्याः गर्म दिनों में मृदा से जल के वाष्पन के कारण ऊपर उठती जलवाष्प वायु को अपेक्षाकृत सघन बना देती है। इससे सूर्य के प्रकाश के परावर्तन के कारण मृदा के ऊपर की वायु कंपदीप्त(Shimmer) प्रतीत होती है। -
Question 2 of 5
2. Question
2 pointsनीचे दिये गए कथन को ध्यानपूर्वक पढ़ियेः-
1. ये वन मध्य अक्षांश के तटीय प्रदेशों में स्थित हैं।
2. ये वन सामान्यतः महाद्वीपों के पूर्वी किनारों पर पाए जाते हैं।
3. इन वनों में दृढ़ एवं मुलायम दोनों प्रकार के पेड़ पाए जाते हैं।
उपरोक्त कथन किस प्रकार के वनों की विशेषताओं को बताते हैं?Correct
उत्तरः (B)
व्याख्याः उपरोक्त कथन शीतोष्ण सदाबहार वन के संदर्भ में हैं। इस प्रकार के वन दक्षिण-पूर्व अमेरिका, दक्षिण चीन एवं पूर्वी ब्राजील में पाए जाते हैं।Incorrect
उत्तरः (B)
व्याख्याः उपरोक्त कथन शीतोष्ण सदाबहार वन के संदर्भ में हैं। इस प्रकार के वन दक्षिण-पूर्व अमेरिका, दक्षिण चीन एवं पूर्वी ब्राजील में पाए जाते हैं। -
Question 3 of 5
3. Question
2 pointsशीतोष्ण पर्णपाती वनों के संदर्भ में नीचे दिये गए कथनों में से कौन-से कथन सत्य हैं?
1. उच्च अक्षांशों की ओर बढ़ने पर अधिक शीतोष्ण पर्णपाती वन मिलते हैं।
2. इस प्रकार के वन अधिकांशतः महाद्वीपों के पूर्वी एवं उत्तर-पूर्वी तटीय भागों में पाए जाते हैं।
3. इस प्रकार के वनों के वृक्ष अपनी पत्तियाँ शुष्क मौसम में झाड़ देते हैं।Correct
उत्तरः (D)
व्याख्याः ऊपर दिये गए तीनों कथन सत्य हैं। शीतोष्ण पर्णपाती वन पूर्व एवं उत्तर-पूर्वी अमेरिका, चीन, चिली, न्यूजीलैंड एवं पश्चिमी यूरोप के तटीय भागों में पाये जाते हैं।Incorrect
उत्तरः (D)
व्याख्याः ऊपर दिये गए तीनों कथन सत्य हैं। शीतोष्ण पर्णपाती वन पूर्व एवं उत्तर-पूर्वी अमेरिका, चीन, चिली, न्यूजीलैंड एवं पश्चिमी यूरोप के तटीय भागों में पाये जाते हैं। -
Question 4 of 5
4. Question
2 pointsखानाबदोश के संदर्भ में निम्न कथनों में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1. खानाबदोश घुमंतू लोग होते हैं। उनमें से कई पशुचारी होते हैं जो अपनी रेवड़ और पशुवृंद के साथ एक चरागाह से दूसरे चरागाह घूमते रहते हैं।
2. ये समाज के किसी अन्य जाति/वर्ग से संपर्क नहीं रखते थे तथा ये लोग अपनी ज़रूरत के सामान के लिये आत्मनिर्भर थे।Correct
उत्तरः (a)
व्याख्याः केवल कथन 1 सत्य है। खानाबदोश चरवाहे अपने जानवरों के साथ दूर-दूर तक घूमते थे। उनका जीवन दूध और अन्य पशुचरी उत्पादों पर निर्भर था। वे खेतिहर गृहस्थों से अनाज, कपड़े, बर्तन और ऐसी ही चीजों के लिये ऊन, घी इत्यादि का विनिमय भी करते थे। कुछ खानाबदोश अपने जानवरों पर सामान की ढुलाई करते थे तथा एक जगह से दूसरी जगह जाते वक्त सामानों की खरीद-फरोख्त करते थे।Incorrect
उत्तरः (a)
व्याख्याः केवल कथन 1 सत्य है। खानाबदोश चरवाहे अपने जानवरों के साथ दूर-दूर तक घूमते थे। उनका जीवन दूध और अन्य पशुचरी उत्पादों पर निर्भर था। वे खेतिहर गृहस्थों से अनाज, कपड़े, बर्तन और ऐसी ही चीजों के लिये ऊन, घी इत्यादि का विनिमय भी करते थे। कुछ खानाबदोश अपने जानवरों पर सामान की ढुलाई करते थे तथा एक जगह से दूसरी जगह जाते वक्त सामानों की खरीद-फरोख्त करते थे। -
Question 5 of 5
5. Question
2 pointsबंजारे लोग कौन थे?
Correct
उत्तरः (a)
व्याख्याः बंजारा लोग महत्त्वपूर्ण व्यापारी खानाबदोश थे। उनका कारवाँ ‘टांडा’ कहलाता था। एक टांडा में कई परिवार होते थे। ये बंजारे लोग अपने साथ पूरी घर-गृहस्थी, बीबी-बच्चे साथ लेकर चलते थे। कई बार वे सौदागरों के द्वारा भाड़े पर नियुक्त किये जाते थे, लेकिन ज़्यादातर वे खुद सौदागर होते थे। अलाउद्दीन खिलजी बंजारों का ही इस्तेमाल नगर के बाजारों तक अनाज की ढुलाई के लिये करते थे। बादशाह जहाँगीर ने भी अपने संस्मरण में बंजारों का उल्लेख किया है।Incorrect
उत्तरः (a)
व्याख्याः बंजारा लोग महत्त्वपूर्ण व्यापारी खानाबदोश थे। उनका कारवाँ ‘टांडा’ कहलाता था। एक टांडा में कई परिवार होते थे। ये बंजारे लोग अपने साथ पूरी घर-गृहस्थी, बीबी-बच्चे साथ लेकर चलते थे। कई बार वे सौदागरों के द्वारा भाड़े पर नियुक्त किये जाते थे, लेकिन ज़्यादातर वे खुद सौदागर होते थे। अलाउद्दीन खिलजी बंजारों का ही इस्तेमाल नगर के बाजारों तक अनाज की ढुलाई के लिये करते थे। बादशाह जहाँगीर ने भी अपने संस्मरण में बंजारों का उल्लेख किया है।