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Information
Old NCERT is important for UPSC exam preparation. Aspirants should always start their UPSC Civil Services preparation from the basic NCERT books.
Mostly IAS toppers told that NCERT is the foundation of their exam preparation.NCERT are very important from prelims perspective.
We are Providing NCERT based quiz for your preparation. In this quiz, There will have 5 questions in each quiz. The questions are mainly framed from old NCERT class 6 to 12. This quiz is intended to introduce you to basic concepts and certain relevant to UPSC IAS civil services preliminary exam.
Hope this test will help to increase your preparation level.
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Question 1 of 5
1. Question
2 pointsनीचे दिये गए युग्मों में से कौन-से सही सुमेलित नहीं हैं?
1. कर्क रेखा एवं मकर रेखा के बीच का क्षेत्र : उष्ण कटिबंध
2. कर्क रेखा एवं उत्तर ध्रुव वृत्त के बीच का क्षेत्र: शीत कटिबंध
3. दक्षिण ध्रुव वृत्त एवं दक्षिणी ध्रुव के बीच का क्षेत्र: शीतोष्ण कटिबंधCorrect
उत्तरः (b)
व्याख्याः कर्क रेखा एवं मकर रेखा के बीच सभी अक्षांश पर सूर्य वर्ष में एक बार दोपहर में सिर के ठीक ऊपर होता है। इसलिये इस क्षेत्र में सबसे अधिक ऊष्मा प्राप्त होती है तथा इसे उष्ण कटिबंध कहा जाता है।
ध्रुव की तरफ सूर्य की किरणें तिरछी होती जाती हैं। इस प्रकार उत्तरी गोलार्द्ध में कर्क रेखा एवं उत्तर ध्रुव वृत्त तथा दक्षिणी गोलार्द्ध में मकर रेखा एवं दक्षिण ध्रुव वृत्त के बीच वाले क्षेत्र का तापमान मध्यम रहता है। इसलिये इन्हें शीतोष्ण कटिबंध कहा जाता है।
उत्तरी गोलार्द्ध में उत्तर ध्रुव वृत्त एवं उत्तरी ध्रुव तथा दक्षिणी गोलार्द्ध में दक्षिण ध्रुव वृत्त एवं दक्षिणी ध्रुव के बीच के क्षेत्र में बहुत ठंड होती है, क्योंकि यहाँ सूर्य क्षितिज से ज़्यादा ऊपर नहीं आ पाता है। इसलिये ये शीत कटिबंध कहलाते हैं।Incorrect
उत्तरः (b)
व्याख्याः कर्क रेखा एवं मकर रेखा के बीच सभी अक्षांश पर सूर्य वर्ष में एक बार दोपहर में सिर के ठीक ऊपर होता है। इसलिये इस क्षेत्र में सबसे अधिक ऊष्मा प्राप्त होती है तथा इसे उष्ण कटिबंध कहा जाता है।
ध्रुव की तरफ सूर्य की किरणें तिरछी होती जाती हैं। इस प्रकार उत्तरी गोलार्द्ध में कर्क रेखा एवं उत्तर ध्रुव वृत्त तथा दक्षिणी गोलार्द्ध में मकर रेखा एवं दक्षिण ध्रुव वृत्त के बीच वाले क्षेत्र का तापमान मध्यम रहता है। इसलिये इन्हें शीतोष्ण कटिबंध कहा जाता है।
उत्तरी गोलार्द्ध में उत्तर ध्रुव वृत्त एवं उत्तरी ध्रुव तथा दक्षिणी गोलार्द्ध में दक्षिण ध्रुव वृत्त एवं दक्षिणी ध्रुव के बीच के क्षेत्र में बहुत ठंड होती है, क्योंकि यहाँ सूर्य क्षितिज से ज़्यादा ऊपर नहीं आ पाता है। इसलिये ये शीत कटिबंध कहलाते हैं। -
Question 2 of 5
2. Question
2 pointsनीचे दिये गए कथनों पर विचार कीजिये:
1. विषुवत वृत्त से ध्रुवों तक स्थित सभी समानांतर वृत्तों को अक्षांश रेखाएँ कहते हैं।
2. सभी अक्षांश रेखाओं का आकार एक समान रहता है।
ऊपर दिये गए कथनों में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?Correct
उत्तरः (a)
व्याख्याः केवल कथन 1 सत्य है। जैसे-जैसे हम विषुवत वृत्त से दूर जाते हैं, अक्षांश रेखाओं का आकार घटता जाता है। इस प्रकार विषुवत वृत्त के उत्तर की सभी समनांतर रेखाओं को उत्तरी अक्षांश कहा जाता है तथा विषुवत वृत्त के दक्षिण स्थित सभी समानांतर रेखाओं को दक्षिणी अक्षांश कहा जाता है।
उल्लेखनीय है कि अक्षांशों को अंशों में मापा जाता है तथा दो अक्षांशों के बीच की दूरी 111 किमी. होती है।Incorrect
उत्तरः (a)
व्याख्याः केवल कथन 1 सत्य है। जैसे-जैसे हम विषुवत वृत्त से दूर जाते हैं, अक्षांश रेखाओं का आकार घटता जाता है। इस प्रकार विषुवत वृत्त के उत्तर की सभी समनांतर रेखाओं को उत्तरी अक्षांश कहा जाता है तथा विषुवत वृत्त के दक्षिण स्थित सभी समानांतर रेखाओं को दक्षिणी अक्षांश कहा जाता है।
उल्लेखनीय है कि अक्षांशों को अंशों में मापा जाता है तथा दो अक्षांशों के बीच की दूरी 111 किमी. होती है। -
Question 3 of 5
3. Question
2 pointsकिसी पदार्थ के विलयन को गर्म करने से उसकी विलेयता पर निम्नलिखित में से क्या प्रभाव पड़ता है?
Correct
उत्तरः (a)
व्याख्याः विलयन का तापमान बढ़ने पर उसकी विलेयता बढ़ती है।Incorrect
उत्तरः (a)
व्याख्याः विलयन का तापमान बढ़ने पर उसकी विलेयता बढ़ती है। -
Question 4 of 5
4. Question
2 pointsनिम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिये-
1. कलपट्टु तमिलनाडु का एक गाँव 2. चखेसंग समुदाय नागालैण्ड की जनजाति 3. कैटामरैन में मछुआरों की छोटी नाव कलपट्टु (तमिलनाडु) उपर्युक्त में से कौन-सा/से युग्म सुमेलित है/हैं?
Correct
उत्तरः (d)
व्याख्याः कलपट्टू, तमिलनाडु में समुद्र तट के पास का गाँव है। यह गाँव छोटी-छोटी पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यहाँ सिंचित ज़मीन पर मुख्यतः धान की खेती होती है। यहाँ गन्ना, कपास और केला भी उगाया जाता है। यहाँ नारियल के भी काफी बाग हैं। नागालैंड के चिजामी गाँव में चखेसंग समुदाय के लोग रहते हैं। ये लोग पहाड़ी की ढलुवाँ ज़मीन को सीढ़ीनुमा खेत के रूप में बदलकर उस पर खेती करते हैं। खेत के किनारों को ऊपर उठा देते हैं जिससे उसमें पानी रोका जा सके, यह चावल की खेती के लिये उपयुक्त है। कलपट्टु में मछुआरे मछली पकड़ने के लिये खास तरह की छोटी नाव बनाते हैं, जिसे कैटामरैन कहा जाता है।Incorrect
उत्तरः (d)
व्याख्याः कलपट्टू, तमिलनाडु में समुद्र तट के पास का गाँव है। यह गाँव छोटी-छोटी पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यहाँ सिंचित ज़मीन पर मुख्यतः धान की खेती होती है। यहाँ गन्ना, कपास और केला भी उगाया जाता है। यहाँ नारियल के भी काफी बाग हैं। नागालैंड के चिजामी गाँव में चखेसंग समुदाय के लोग रहते हैं। ये लोग पहाड़ी की ढलुवाँ ज़मीन को सीढ़ीनुमा खेत के रूप में बदलकर उस पर खेती करते हैं। खेत के किनारों को ऊपर उठा देते हैं जिससे उसमें पानी रोका जा सके, यह चावल की खेती के लिये उपयुक्त है। कलपट्टु में मछुआरे मछली पकड़ने के लिये खास तरह की छोटी नाव बनाते हैं, जिसे कैटामरैन कहा जाता है। -
Question 5 of 5
5. Question
2 pointsमहाजनपदों की कर प्रणाली के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये :
1. प्रायः उपज का 1/3वाँ हिस्सा कर के रूप मे निर्धारित किया जाता था जिसे ‘भाग’ कहा जाता था।
2. कारीगरों को ‘श्रम’ के रूप में कर का भुगतान करना होता था।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?Correct
उत्तरः (b)
व्याख्याः⦁ महाजनपदों के राजाओं को विशाल किलों और बड़ी सेना के लिये प्रचुर संसाधनों और इनके लिये पर्याप्त कर्मचारियों की आवश्यकता होती थी। अतः राजा लोगों द्वारा समय-समय पर दिये जाने वाले उपहारों पर निर्भर न रहकर अब नियमित रूप से कर वसूलने लगे।
⦁ फसलों पर लगाए गए कर महत्त्वपूर्ण थे, क्योंकि अधिकांश लोग कृषक ही थे। प्रायः उपज का 1/6वाँ हिस्सा कर के रूप में निर्धारित किया जाता था, जिसे भाग कहा जाता था। अतः कथन 1 गलत है।
⦁ कारीगरों के ऊपर भी कर लगाए गए थे जो प्रायः श्रम के रूप में चुकाए जाते थे। जैसे कि एक बुनकर, लोहार या सुनार को राजा के लिये महीने में एक दिन काम करना पड़ता था।Incorrect
उत्तरः (b)
व्याख्याः⦁ महाजनपदों के राजाओं को विशाल किलों और बड़ी सेना के लिये प्रचुर संसाधनों और इनके लिये पर्याप्त कर्मचारियों की आवश्यकता होती थी। अतः राजा लोगों द्वारा समय-समय पर दिये जाने वाले उपहारों पर निर्भर न रहकर अब नियमित रूप से कर वसूलने लगे।
⦁ फसलों पर लगाए गए कर महत्त्वपूर्ण थे, क्योंकि अधिकांश लोग कृषक ही थे। प्रायः उपज का 1/6वाँ हिस्सा कर के रूप में निर्धारित किया जाता था, जिसे भाग कहा जाता था। अतः कथन 1 गलत है।
⦁ कारीगरों के ऊपर भी कर लगाए गए थे जो प्रायः श्रम के रूप में चुकाए जाते थे। जैसे कि एक बुनकर, लोहार या सुनार को राजा के लिये महीने में एक दिन काम करना पड़ता था।