
Quiz-summary
0 of 5 questions completed
Questions:
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
Information
Old NCERT is important for UPSC exam preparation. Aspirants should always start their UPSC Civil Services preparation from the basic NCERT books.
Mostly IAS toppers told that NCERT is the foundation of their exam preparation.NCERT are very important from prelims perspective.
We are Providing NCERT based quiz for your preparation. In this quiz, There will have 5 questions in each quiz. The questions are mainly framed from old NCERT class 6 to 12. This quiz is intended to introduce you to basic concepts and certain relevant to UPSC IAS civil services preliminary exam.
Hope this test will help to increase your preparation level.
You have already completed the quiz before. Hence you can not start it again.
Quiz is loading...
You must sign in or sign up to start the quiz.
You have to finish following quiz, to start this quiz:
Results
0 of 5 questions answered correctly
Your time:
Time has elapsed
You have reached 0 of 0 points, (0)
Average score |
|
Your score |
|
Categories
- Not categorized 0%
Pos. | Name | Entered on | Points | Result |
---|---|---|---|---|
Table is loading | ||||
No data available | ||||
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
- Answered
- Review
-
Question 1 of 5
1. Question
2 pointsमुगलों के द्वारा वास्तुकला के क्षेत्र में छत निर्माण के लिये ‘बांग्ला गुंबद’ तकनीक का प्रयोग किया गया। यह किस क्षेत्र की स्थानीय शैली थी?
Correct
उत्तरः (c)
व्याख्याः मुगल शासक अपने भवनों के निर्माण में क्षेत्रीय वास्तुकलात्मक शैली अपनाने में विशेष रूप से दक्ष थे। इसी क्रम में उन्होंने बंगाल के स्थानीय शासक के द्वारा छप्पर की झोपड़ी के समान दिखने वाली छत निर्माण की तकनीक बांग्ला गुंबद को अपनी वास्तुकला का हिस्सा बनाया।Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्याः मुगल शासक अपने भवनों के निर्माण में क्षेत्रीय वास्तुकलात्मक शैली अपनाने में विशेष रूप से दक्ष थे। इसी क्रम में उन्होंने बंगाल के स्थानीय शासक के द्वारा छप्पर की झोपड़ी के समान दिखने वाली छत निर्माण की तकनीक बांग्ला गुंबद को अपनी वास्तुकला का हिस्सा बनाया। -
Question 2 of 5
2. Question
2 pointsमुगल वास्तुकला से संबंधित ‘पितरा-दूरा’ क्या है?
Correct
उत्तरः (c)
व्याख्याः उत्कीर्णित (उभरे हुए) संगमरमर अथवा बलुआ पत्थर पर रंगीन ठोस पत्थरों को दबाकर बनाए गए सुंदर तथा अलंकृत नमूनों को ही पितरा-दुरा तकनीक कहते थे।Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्याः उत्कीर्णित (उभरे हुए) संगमरमर अथवा बलुआ पत्थर पर रंगीन ठोस पत्थरों को दबाकर बनाए गए सुंदर तथा अलंकृत नमूनों को ही पितरा-दुरा तकनीक कहते थे। -
Question 3 of 5
3. Question
2 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सा महासागरीय क्षेत्र विश्व भर में सर्वोत्तम मत्स्यन क्षेत्र माना जाता है?
Correct
उत्तरः (C)
व्याख्याः सागर या महासागर के जिस स्थान पर गर्म एवं शीत जलधाराएँ मिलती हैं, वह स्थान विश्वभर में सर्वोत्तम मत्स्यन क्षेत्र माना जाता है। जापान के आस-पास एवं उत्तर अमेरिका के पूर्वी तट इसके कुछ उदाहरण हैं। जहाँ गर्म एवं ठंडी जलधाराएँ मिलती हैं वहाँ कुहरे वाला मौसम बनता है। इसके फलस्वरूप नौसंचालन में बाधा उत्पन्न होती है।Incorrect
उत्तरः (C)
व्याख्याः सागर या महासागर के जिस स्थान पर गर्म एवं शीत जलधाराएँ मिलती हैं, वह स्थान विश्वभर में सर्वोत्तम मत्स्यन क्षेत्र माना जाता है। जापान के आस-पास एवं उत्तर अमेरिका के पूर्वी तट इसके कुछ उदाहरण हैं। जहाँ गर्म एवं ठंडी जलधाराएँ मिलती हैं वहाँ कुहरे वाला मौसम बनता है। इसके फलस्वरूप नौसंचालन में बाधा उत्पन्न होती है। -
Question 4 of 5
4. Question
2 pointsसुनामी शब्द की उत्पत्ति किस भाषा से हुई है?
Correct
उत्तरः (D)
व्याख्याः सुनामी जापानी भाषा का एक शब्द है, जिसका अर्थ है- “पोताश्रय तरंगें” क्योंकि सुनामी आने पर पोताश्रय नष्ट हो जाते हैं। 26 दिसंबर, 2004 को हिंद महासागर में सुनामी के कारण अत्यधिक विनाश हुआ था। जिसके परिणामस्वरूप हिंद महासागर के कुछ द्वीप पूर्णतः डूब गए।
भारतीय सीमा का सबसे दक्षिणी बिन्दु इंदिरा प्वाइंट जो अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में स्थित था पूरी तरह से डूब गया।
यद्यपि पहले से भूकंप का अनुमान लगाना संभव नहीं है फिर भी बड़ी सुनामी के संकेत तीन घंटे पहले मिल सकते हैं। प्रशांत महासागर में प्राथमिक चेतावनी की ऐसी प्रणालियाँ क्रियाशील हैं, लेकिन हिंद महासागर में ये सुविधाएँ नहीं हैं।Incorrect
उत्तरः (D)
व्याख्याः सुनामी जापानी भाषा का एक शब्द है, जिसका अर्थ है- “पोताश्रय तरंगें” क्योंकि सुनामी आने पर पोताश्रय नष्ट हो जाते हैं। 26 दिसंबर, 2004 को हिंद महासागर में सुनामी के कारण अत्यधिक विनाश हुआ था। जिसके परिणामस्वरूप हिंद महासागर के कुछ द्वीप पूर्णतः डूब गए।
भारतीय सीमा का सबसे दक्षिणी बिन्दु इंदिरा प्वाइंट जो अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में स्थित था पूरी तरह से डूब गया।
यद्यपि पहले से भूकंप का अनुमान लगाना संभव नहीं है फिर भी बड़ी सुनामी के संकेत तीन घंटे पहले मिल सकते हैं। प्रशांत महासागर में प्राथमिक चेतावनी की ऐसी प्रणालियाँ क्रियाशील हैं, लेकिन हिंद महासागर में ये सुविधाएँ नहीं हैं। -
Question 5 of 5
5. Question
2 pointsकृमि-प्रसंस्करण शौचालय के सन्दर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये-
1. इसमें मानव मल को केंचुओं द्वारा उपचारित किया जाता है।
2. इसके उपयोग में जल की बहुत अधिक मात्रा की आवश्यकता होती है।
3. मानव मल पूर्णतः कृमि केकों (Cakes) में परिवर्तित हो जाता है जो मृदा के लिये अति समृद्ध पोषक हैं।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
उत्तरः (b)
व्याख्याः
कथन 1 सही है। भारत में कृमि-प्रसंस्करण शौचालय की रूपरेखा का परीक्षण किया गया है, जिसमें मानव मल को केंचुओं द्वारा उपचारित किया जाता है।
यह तकनीक मानव मल के सुरक्षित प्रसंस्करण के लिये आदर्श सिद्ध हो सकती है, क्योंकि इसके उपयोग में जल की बहुत कम मात्रा की आवश्यकता होती है। अतः कथन 2 गलत है।
कथन 3 भी सही है क्योंकि इस शौचालय का संचालन बहुत सरल और स्वच्छतापूर्ण है। इसमें मानव मल पूर्णतः कृमि केकों में परिवर्तित हो जाता है जो मृदा के लिय बहुत समृद्ध पोषक का कार्य करता है।Incorrect
उत्तरः (b)
व्याख्याः
कथन 1 सही है। भारत में कृमि-प्रसंस्करण शौचालय की रूपरेखा का परीक्षण किया गया है, जिसमें मानव मल को केंचुओं द्वारा उपचारित किया जाता है।
यह तकनीक मानव मल के सुरक्षित प्रसंस्करण के लिये आदर्श सिद्ध हो सकती है, क्योंकि इसके उपयोग में जल की बहुत कम मात्रा की आवश्यकता होती है। अतः कथन 2 गलत है।
कथन 3 भी सही है क्योंकि इस शौचालय का संचालन बहुत सरल और स्वच्छतापूर्ण है। इसमें मानव मल पूर्णतः कृमि केकों में परिवर्तित हो जाता है जो मृदा के लिय बहुत समृद्ध पोषक का कार्य करता है।