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Information
Old NCERT is important for UPSC exam preparation. Aspirants should always start their UPSC Civil Services preparation from the basic NCERT books.
Mostly IAS toppers told that NCERT is the foundation of their exam preparation.NCERT are very important from prelims perspective.
We are Providing NCERT based quiz for your preparation. In this quiz, There will have 5 questions in each quiz. The questions are mainly framed from old NCERT class 6 to 12. This quiz is intended to introduce you to basic concepts and certain relevant to UPSC IAS civil services preliminary exam.
Hope this test will help to increase your preparation level.
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Question 1 of 5
1. Question
2 pointsअरिकामेडु नामक प्राचीन पत्तन निम्नलिखित में से कहाँ स्थित है?
Correct
उत्तरः (c)
व्याख्याःअरिकामेडु पुदुच्चेरी में अवस्थित है। लगभग 2200 से 1900 साल पहले अरिकामेडु एक पत्तन था, यहाँ ईंटों से बना एक ढाँचा मिला है जो सम्भवतः गोदाम रहा हो।
यहाँ भूमध्य सागरीय क्षेत्र के ‘एफोरा’ जैसे पात्र मिले हैं। इनमें शराब या तेल जैसे तरल रखे जा सकते थे। इनमें दोनों तरफ पकड़ने के लिये हत्था भी लगा था।
यहाँ ‘एरेटाइन’ जैसे मुहर लगे लाल-चमकदार बर्तन भी मिले हैं। इन्हें इटली के एक शहर के नाम पर ‘एरेटाइन’ पात्र के नाम से जाना जाता है। इसे मुहर लगे साँचे पर गीली चिकनी मिट्टी को दबाकर बनाया जाता था।
कुछ ऐसे बर्तन भी मिले हैं, जिनका डिज़ाइन तो रोम का था, किन्तु वे यहीं बनाए जाते थे। यहाँ रोमन लैंप, शीशे के बर्तन तथा रत्न भी मिले हैं।
साथ ही छोटे-छोटे कुण्ड भी मिले हैं, जो सम्भवतः कपड़े की रंगाई के पात्र रहे होंगे। यहाँ पर शीशे और अर्ध-बहुमूल्य पत्थरों से मनके बनाने के पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं।Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्याःअरिकामेडु पुदुच्चेरी में अवस्थित है। लगभग 2200 से 1900 साल पहले अरिकामेडु एक पत्तन था, यहाँ ईंटों से बना एक ढाँचा मिला है जो सम्भवतः गोदाम रहा हो।
यहाँ भूमध्य सागरीय क्षेत्र के ‘एफोरा’ जैसे पात्र मिले हैं। इनमें शराब या तेल जैसे तरल रखे जा सकते थे। इनमें दोनों तरफ पकड़ने के लिये हत्था भी लगा था।
यहाँ ‘एरेटाइन’ जैसे मुहर लगे लाल-चमकदार बर्तन भी मिले हैं। इन्हें इटली के एक शहर के नाम पर ‘एरेटाइन’ पात्र के नाम से जाना जाता है। इसे मुहर लगे साँचे पर गीली चिकनी मिट्टी को दबाकर बनाया जाता था।
कुछ ऐसे बर्तन भी मिले हैं, जिनका डिज़ाइन तो रोम का था, किन्तु वे यहीं बनाए जाते थे। यहाँ रोमन लैंप, शीशे के बर्तन तथा रत्न भी मिले हैं।
साथ ही छोटे-छोटे कुण्ड भी मिले हैं, जो सम्भवतः कपड़े की रंगाई के पात्र रहे होंगे। यहाँ पर शीशे और अर्ध-बहुमूल्य पत्थरों से मनके बनाने के पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं। -
Question 2 of 5
2. Question
2 pointsप्रारंभ में तमिल भाषा के लिये निम्नलिखित में से कौन-सी लिपि का प्रयोग किया जाता था?
Correct
उत्तरः (a)
व्याख्याःप्रारंभ में तमिल भाषा के लिये ब्राह्मी लिपि का प्रयोग किया जाता था।
कई बर्तनों पर ब्राह्मी लिपि में अभिलेख मिले हैं इसलिये इन्हें तमिल ब्राह्मी अभिलेख भी कहा जाता है।Incorrect
उत्तरः (a)
व्याख्याःप्रारंभ में तमिल भाषा के लिये ब्राह्मी लिपि का प्रयोग किया जाता था।
कई बर्तनों पर ब्राह्मी लिपि में अभिलेख मिले हैं इसलिये इन्हें तमिल ब्राह्मी अभिलेख भी कहा जाता है। -
Question 3 of 5
3. Question
2 pointsभारत की मुख्य भूमि का विस्तार दक्षिण से उत्तर की ओर किन अक्षांशों के मध्य है?
Correct
उत्तर (a)
व्याख्याः भारत देश उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित है। दक्षिण से उत्तर की ओर भारत की मुख्य भूमि का विस्तार 8° 4′ उ. से 37° 6′ उ. अक्षांशों के बीच है।Incorrect
उत्तर (a)
व्याख्याः भारत देश उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित है। दक्षिण से उत्तर की ओर भारत की मुख्य भूमि का विस्तार 8° 4′ उ. से 37° 6′ उ. अक्षांशों के बीच है। -
Question 4 of 5
4. Question
2 pointsपश्चिम से लेकर पूर्व तक भारत का विस्तार देशांतरों के बीच है?
Correct
उत्तर (d)
Incorrect
उत्तर (d)
-
Question 5 of 5
5. Question
2 pointsनिम्नलिखित पर विचार कीजियेः
1. वाष्पन
2. वाष्पोत्सर्जन
3. संघनन
उपर्युक्त में से किस/किन कारण/कारणों से बर्फयुक्त जल से भरे गिलास की बाहरी सतह पर जल की छोटी बूंदें एकत्रित हो जाती हैं?Correct
उत्तरः (c)
व्याख्याःजलवाष्प के इसकी द्रव अवस्था में परिवर्तित होने की प्रक्रिया को संघनन कहते हैं।
बर्फयुक्त जल से भरे गिलास की बाहरी सतह पर जल की छोटी बूंदें संघनन (Condensation) के कारण एकत्र हो जाती हैं। वायु में जलवाष्प उपस्थित होती है। जब वायु किसी ठण्डे पृष्ठ के सम्पर्क में आती है तो इसमें उपस्थित जलवाष्प ठण्डी हो कर संघनित हो जाती है तथा जल की बूंदें पृष्ठ पर दिखाई पड़ती हैं।
वाष्पन और वाष्पोत्सर्जन दोनों से जल द्रव से वाष्प अवस्था में बदलता है।Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्याःजलवाष्प के इसकी द्रव अवस्था में परिवर्तित होने की प्रक्रिया को संघनन कहते हैं।
बर्फयुक्त जल से भरे गिलास की बाहरी सतह पर जल की छोटी बूंदें संघनन (Condensation) के कारण एकत्र हो जाती हैं। वायु में जलवाष्प उपस्थित होती है। जब वायु किसी ठण्डे पृष्ठ के सम्पर्क में आती है तो इसमें उपस्थित जलवाष्प ठण्डी हो कर संघनित हो जाती है तथा जल की बूंदें पृष्ठ पर दिखाई पड़ती हैं।
वाष्पन और वाष्पोत्सर्जन दोनों से जल द्रव से वाष्प अवस्था में बदलता है।