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Information
Old NCERT is important for UPSC exam preparation. Aspirants should always start their UPSC Civil Services preparation from the basic NCERT books.
Mostly IAS toppers told that NCERT is the foundation of their exam preparation.NCERT are very important from prelims perspective.
We are Providing NCERT based quiz for your preparation. In this quiz, There will have 5 questions in each quiz. The questions are mainly framed from old NCERT class 6 to 12. This quiz is intended to introduce you to basic concepts and certain relevant to UPSC IAS civil services preliminary exam.
Hope this test will help to increase your preparation level.
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Question 1 of 5
1. Question
2 pointsमीराबाई के संदर्भ में नीचे दिये गए कथनों पर विचार कीजियेः
1. मीराबाई, रविदास जो ‘अस्पृश्य’ जाति के माने जाते थे, की अनुयायी थी।
2. इनके गीतों ने ‘उच्च’ जाति के रीतियों-नियमों को खुली चुनौती दी।
3. मीराबाई के गीत राजस्थान व गुजरात के जनसाधारण में बहुत लोकप्रिय हुए।
उपर्युक्त में से कौन-से सही कथन हैं?
कूटःCorrect
उत्तरः (d)
व्याख्या: मीराबाई एक राजपूत राजकुमारी थीं, जिनका विवाह सोलहवीं शाताब्दी में मेवाड़ के एक राजसी घराने में हुआ था। मीराबाई, रविदास जो ‘अस्पृश्य’ जाति के माने जाते थे, की अनुयायी बन गईं।वे कृष्ण के प्रति समर्पित थीं और उन्होंने अपने गहरे भक्ति-भाव को कई भजनों में अभिव्यत किया है। इनके गीतों ने ‘उच्च’ जाति के रीतियों-नियमों को खुली चुनौती दी तथा इनके गीत राजस्थान व गुजरात के जनसाधारण में बहुत लोकप्रिय हुए।Incorrect
उत्तरः (d)
व्याख्या: मीराबाई एक राजपूत राजकुमारी थीं, जिनका विवाह सोलहवीं शाताब्दी में मेवाड़ के एक राजसी घराने में हुआ था। मीराबाई, रविदास जो ‘अस्पृश्य’ जाति के माने जाते थे, की अनुयायी बन गईं।वे कृष्ण के प्रति समर्पित थीं और उन्होंने अपने गहरे भक्ति-भाव को कई भजनों में अभिव्यत किया है। इनके गीतों ने ‘उच्च’ जाति के रीतियों-नियमों को खुली चुनौती दी तथा इनके गीत राजस्थान व गुजरात के जनसाधारण में बहुत लोकप्रिय हुए। -
Question 2 of 5
2. Question
2 pointsकबीर के संदर्भ में नीचे दिये गए कथनों में कौन-से कथन सत्य हैं?
1. इनके उपदेशों में ब्राह्मणवादी हिन्दू धर्म और इस्लाम दोनों के बाह्म आडंबरपूर्ण पूजा के सभी प्रारूपों का मजाक उड़ाया गया है।
2. कबीर के काव्य की भाषा संस्कृत थी।
3. कबीर निराकार ईश्वर में विश्वास रखते थे।
कूटः
कबीर के संदर्भ में नीचे दिये गए कथनों में कौन-से कथन सत्य हैं?
1. इनके उपदेशों में ब्राह्मणवादी हिन्दू धर्म और इस्लाम दोनों के बाह्म आडंबरपूर्ण पूजा के सभी प्रारूपों का मजाक उड़ाया गया है।
2. कबीर के काव्य की भाषा संस्कृत थी।
3. कबीर निराकार ईश्वर में विश्वास रखते थे।
कूटःCorrect
उत्तरः (b)
व्याख्याः कबीर के काव्य की भाषा बोलचाल की हिन्दी थी, जो आम आदमियों द्वारा आसानी से समझी जा सकती थी। कभी-कभी उन्होंने रहस्यमयी भाषा का प्रयोग किया, जिसे समझना कठिन होता है। कबीर निराकार परमेश्वर में विश्वास रखते थे। उन्होंने यह उपदेश दिया कि भक्ति के माध्यम से ही मोक्ष प्राप्त हो सकता है। हिन्दू एवं मुसलमान दोनों लोग उनके अनुयायी थे।Incorrect
उत्तरः (b)
व्याख्याः कबीर के काव्य की भाषा बोलचाल की हिन्दी थी, जो आम आदमियों द्वारा आसानी से समझी जा सकती थी। कभी-कभी उन्होंने रहस्यमयी भाषा का प्रयोग किया, जिसे समझना कठिन होता है। कबीर निराकार परमेश्वर में विश्वास रखते थे। उन्होंने यह उपदेश दिया कि भक्ति के माध्यम से ही मोक्ष प्राप्त हो सकता है। हिन्दू एवं मुसलमान दोनों लोग उनके अनुयायी थे। -
Question 3 of 5
3. Question
2 pointsनीचे दिये गए स्थानों में से कौन-सा गुरु नानक का जन्म स्थान था?
Correct
उत्तरः (b)
व्याख्याः बाबा गुरु नानक (1469-1539) का जन्म तलवंडी (पाकिस्तान में ननकाना साहब) में हुआ था।Incorrect
उत्तरः (b)
व्याख्याः बाबा गुरु नानक (1469-1539) का जन्म तलवंडी (पाकिस्तान में ननकाना साहब) में हुआ था। -
Question 4 of 5
4. Question
2 pointsगुरु नानक द्वारा स्थापित ‘धर्मशाला’ क्या था?
Correct
उत्तरः (d)
व्याख्याः गुरु नानक ने उपासना एवं धार्मिक कार्यों के लिये जो जगह नियुक्त की थी उसे ‘धर्मशाला’ कहा गया। आज इसे गुरुद्वारा कहते हैं।Incorrect
उत्तरः (d)
व्याख्याः गुरु नानक ने उपासना एवं धार्मिक कार्यों के लिये जो जगह नियुक्त की थी उसे ‘धर्मशाला’ कहा गया। आज इसे गुरुद्वारा कहते हैं। -
Question 5 of 5
5. Question
2 pointsगुरु नानक से संबंधित नीचे दिये गए कथनों पर विचार कीजियेः
1. गुरु नानक ने अपने अनुयायियों के लिये एक नियमित उपासना पद्धति अपनायी जिसके अंतर्गत उन्हीं के शब्दों (भजनों) को गाया जाता था।
2. गुरु नानक के अनुयायी पहले अपने-अपने धर्म या जाति अथवा लिंग भेद को नज़रअंदाज करके एक सांझी रसोई में इकट्ठे खाते-पीते थे। इसे ही ‘लंगर’ कहा जाता था।
निम्न में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?Correct
उत्तरः (c)
व्याख्या: उपरोक्त दोंनो कथन सत्य हैं। गुरु नानक ने अपने अनुयायियों के लिये एक नियमित उपासना पद्धति अपनायी जिसके अंतर्गत उन्हीं के शब्दों (भजनों) को गाया जाता था तथा गुरु नानक के अनुयायी पहले अपने-अपने धर्म या जाति अथवा लिंग भेद को नज़रअंदाज करके एक सांझी रसोई में इकट्ठे खाते-पीते थे। इसे ही ‘लंगर’ कहा जाता था।Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्या: उपरोक्त दोंनो कथन सत्य हैं। गुरु नानक ने अपने अनुयायियों के लिये एक नियमित उपासना पद्धति अपनायी जिसके अंतर्गत उन्हीं के शब्दों (भजनों) को गाया जाता था तथा गुरु नानक के अनुयायी पहले अपने-अपने धर्म या जाति अथवा लिंग भेद को नज़रअंदाज करके एक सांझी रसोई में इकट्ठे खाते-पीते थे। इसे ही ‘लंगर’ कहा जाता था।