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Information
Old NCERT is important for UPSC exam preparation. Aspirants should always start their UPSC Civil Services preparation from the basic NCERT books.
Mostly IAS toppers told that NCERT is the foundation of their exam preparation.NCERT are very important from prelims perspective.
We are Providing NCERT based quiz for your preparation. In this quiz, There will have 5 questions in each quiz. The questions are mainly framed from old NCERT class 6 to 12. This quiz is intended to introduce you to basic concepts and certain relevant to UPSC IAS civil services preliminary exam.
Hope this test will help to increase your preparation level.
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Question 1 of 5
1. Question
2 pointsकथन (A) : वैदिक काल में प्रायः महिलाओं को शूद्रों के समान माना गया था।
कारण (R) : वैदिक काल में सामान्यतः महिलाओं तथा शूद्रों को वेदों के अध्ययन का अधिकार नहीं था |
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर का चयन कीजिये-Correct
उत्तरः (b)
व्याख्याः वैदिक काल में प्रायः औरतों को भी शूद्रों के समान माना गया था। सामान्यतः महिलाओं तथा शूद्रों को वेदों के अध्ययन का अधिकार नहीं था। अतः कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं परंतु कथन (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।Incorrect
उत्तरः (b)
व्याख्याः वैदिक काल में प्रायः औरतों को भी शूद्रों के समान माना गया था। सामान्यतः महिलाओं तथा शूद्रों को वेदों के अध्ययन का अधिकार नहीं था। अतः कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं परंतु कथन (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है। -
Question 2 of 5
2. Question
2 pointsवैदिक काल के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. क्षत्रिय और वैश्य दोनों को ही यज्ञ करने का अधिकार प्राप्त था।
2. शूद्रों को अछूत माना जाता था।
3. सभी वर्णों का निर्धारण जन्म के आधार पर होता था।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?Correct
उत्तरः (c)
व्याख्याः⦁ वैदिक काल में क्षत्रिय और वैश्य दोनों को यज्ञ करने का अधिकार था।
⦁ अछूत की अवधारणा वैदिक काल के बाद में आई। उत्तर वैदिक काल तक शूद्रों को अछूत नहीं माना जाता था। बाद के काल में शिल्पकार, शिकारी, भोजन संग्राहक तथा शवों को जलाने व दफनाने वाले लोगों को अछूत माना गया। अतः कथन 2 गलत है।
⦁ वैदिक काल के अन्त तक (उत्तर वैदिक काल में) सभी वर्णों का निर्धारण जन्म के आधार पर ही होने लगा था। उदाहरण के तौर पर ब्राह्मण माता-पिता की संतान ब्राह्मण ही होती थी।Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्याः⦁ वैदिक काल में क्षत्रिय और वैश्य दोनों को यज्ञ करने का अधिकार था।
⦁ अछूत की अवधारणा वैदिक काल के बाद में आई। उत्तर वैदिक काल तक शूद्रों को अछूत नहीं माना जाता था। बाद के काल में शिल्पकार, शिकारी, भोजन संग्राहक तथा शवों को जलाने व दफनाने वाले लोगों को अछूत माना गया। अतः कथन 2 गलत है।
⦁ वैदिक काल के अन्त तक (उत्तर वैदिक काल में) सभी वर्णों का निर्धारण जन्म के आधार पर ही होने लगा था। उदाहरण के तौर पर ब्राह्मण माता-पिता की संतान ब्राह्मण ही होती थी। -
Question 3 of 5
3. Question
2 pointsवैदिक काल के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. ब्राह्मणों द्वारा बनाई गई वर्ण व्यवस्था सभी के द्वारा पूर्णतः स्वीकार नहीं की गई।
2. उपमहाद्वीप के पूर्वोत्तर क्षेत्रों में पुरोहितों का प्रभाव बहुत सीमित था।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?Correct
उत्तरः (c)
व्याख्याः⦁ उपर्युक्त दोनों कथन सही हैं। कई लोगों ने ब्राह्मणों द्वारा बनाई हुई इस वर्ण-व्यवस्था को स्वीकार नहीं किया। कुछ राजा स्वयं को पुरोहित से श्रेष्ठ मानते थे। कुछ लोग जन्म के आधार पर वर्ण-निर्धारण सही नहीं मानते थे।
⦁ इसके अतिरिक्त कुछ लोग व्यवसाय के आधार पर लोगों के बीच भेदभाव उचित नहीं समझते थे, जबकि कुछ लोग चाहते थे कि अनुष्ठान संपन्न करने का अधिकार सबका हो। कई लोगों ने छूआछूत की आलोचना की।
⦁ वहीं इस उपमहाद्वीप के पूर्वोत्तर क्षेत्र जैसे कई इलाकों में सामाजिक-आर्थिक असमानता बहुत कम थी। यहाँ पुरोहितों का प्रभाव भी बहुत सीमित था।Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्याः⦁ उपर्युक्त दोनों कथन सही हैं। कई लोगों ने ब्राह्मणों द्वारा बनाई हुई इस वर्ण-व्यवस्था को स्वीकार नहीं किया। कुछ राजा स्वयं को पुरोहित से श्रेष्ठ मानते थे। कुछ लोग जन्म के आधार पर वर्ण-निर्धारण सही नहीं मानते थे।
⦁ इसके अतिरिक्त कुछ लोग व्यवसाय के आधार पर लोगों के बीच भेदभाव उचित नहीं समझते थे, जबकि कुछ लोग चाहते थे कि अनुष्ठान संपन्न करने का अधिकार सबका हो। कई लोगों ने छूआछूत की आलोचना की।
⦁ वहीं इस उपमहाद्वीप के पूर्वोत्तर क्षेत्र जैसे कई इलाकों में सामाजिक-आर्थिक असमानता बहुत कम थी। यहाँ पुरोहितों का प्रभाव भी बहुत सीमित था। -
Question 4 of 5
4. Question
2 pointsपुरातत्त्वविदों ने ‘जनपद’ नामक इकाइयों की कई बस्तियों की खुदाई की है। ये जनपदीय बस्ती/बस्तियाँ निम्नलिखित में से किस/किन स्थान/स्थानों पर स्थित है/हैं?
1. पुराना किला, दिल्ली
2. हस्तिनापुर, मेरठ
3. अतरंजीखेड़ा, एटा
कूटःCorrect
उत्तरः (d)
व्याख्याः⦁ महायज्ञों को करने वाले राजा आगे जन के राजा न होकर जनपदों के राजा माने जाने लगे।
⦁ जनपद का शाब्दिक अर्थ ‘जन के बसने की जगह’ होता है।
⦁ पुरातत्त्वविदों ने इन जनपदों की कई बस्तियों की खुदाई की है। दिल्ली में पुराना किला, उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास हस्तिनापुर और एटा के पास अतरंजीखेड़ा इनमें प्रमुख हैं।
⦁ जनपदों के लोग चावल, गेहूँ, धान, जौ, दालों, गन्ना, तिल तथा सरसों जैसी फसलें उगाते थे।
⦁ इन पुरास्थलों में कुछ विशेष प्रकार के बर्तन मिले हैं, जिन्हें ‘चित्रित धूसर पात्र’ के रूप में जाना जाता है।
⦁ यहाँ से प्राप्त ये बर्तन कुछ धूसर और कुछ लाल रंग के होते थे।
⦁ चित्रित धूसर पात्रों पर की गई चित्रकारी आमतौर पर सरल रेखाओं तथा ज्यामितीय आकृतियों के रूप में है।Incorrect
उत्तरः (d)
व्याख्याः⦁ महायज्ञों को करने वाले राजा आगे जन के राजा न होकर जनपदों के राजा माने जाने लगे।
⦁ जनपद का शाब्दिक अर्थ ‘जन के बसने की जगह’ होता है।
⦁ पुरातत्त्वविदों ने इन जनपदों की कई बस्तियों की खुदाई की है। दिल्ली में पुराना किला, उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास हस्तिनापुर और एटा के पास अतरंजीखेड़ा इनमें प्रमुख हैं।
⦁ जनपदों के लोग चावल, गेहूँ, धान, जौ, दालों, गन्ना, तिल तथा सरसों जैसी फसलें उगाते थे।
⦁ इन पुरास्थलों में कुछ विशेष प्रकार के बर्तन मिले हैं, जिन्हें ‘चित्रित धूसर पात्र’ के रूप में जाना जाता है।
⦁ यहाँ से प्राप्त ये बर्तन कुछ धूसर और कुछ लाल रंग के होते थे।
⦁ चित्रित धूसर पात्रों पर की गई चित्रकारी आमतौर पर सरल रेखाओं तथा ज्यामितीय आकृतियों के रूप में है। -
Question 5 of 5
5. Question
2 pointsमहाजनपदों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. महाजनपदों की कई राजधानियों में किलेबंदी की गई थी।
2. राजा सेना रखने लगे थे जिसे वेतन दिया जाता था। वेतन का सम्पूर्ण भुगतान आहत सिक्कों के रूप में दिया जाता था।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
उत्तरः (a)
व्याख्याःलगभग 2500 वर्ष पूर्व कुछ जनपद अधिक महत्त्वपूर्ण हो गए। इन्हें महाजनपद कहा जाने लगा।
अधिकतर महाजनपदों की एक राजधानी होती थी। कई राजधानियों में किलेबंदी की गई थी। ये किलेबंदी आक्रमण से सुरक्षा करती थी। ये राजाओं की समृद्धि और वैभव को भी दर्शाती थी।अब राजा सेना रखने लगे थे। सिपाहियों को वेतन देकर पूरे साल रखा जाता था। कुछ भुगतान आहत सिक्कों के रूप में होता था न कि संपूर्ण भुगतान। अतः कथन 2 गलत है।Incorrect
उत्तरः (a)
व्याख्याःलगभग 2500 वर्ष पूर्व कुछ जनपद अधिक महत्त्वपूर्ण हो गए। इन्हें महाजनपद कहा जाने लगा।
अधिकतर महाजनपदों की एक राजधानी होती थी। कई राजधानियों में किलेबंदी की गई थी। ये किलेबंदी आक्रमण से सुरक्षा करती थी। ये राजाओं की समृद्धि और वैभव को भी दर्शाती थी।अब राजा सेना रखने लगे थे। सिपाहियों को वेतन देकर पूरे साल रखा जाता था। कुछ भुगतान आहत सिक्कों के रूप में होता था न कि संपूर्ण भुगतान। अतः कथन 2 गलत है।