
Quiz-summary
0 of 5 questions completed
Questions:
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
Information
Old NCERT is important for UPSC exam preparation. Aspirants should always start their UPSC Civil Services preparation from the basic NCERT books.
Mostly IAS toppers told that NCERT is the foundation of their exam preparation.NCERT are very important from prelims perspective.
We are Providing NCERT based quiz for your preparation. In this quiz, There will have 5 questions in each quiz. The questions are mainly framed from old NCERT class 6 to 12. This quiz is intended to introduce you to basic concepts and certain relevant to UPSC IAS civil services preliminary exam.
Hope this test will help to increase your preparation level.
You have already completed the quiz before. Hence you can not start it again.
Quiz is loading...
You must sign in or sign up to start the quiz.
You have to finish following quiz, to start this quiz:
Results
0 of 5 questions answered correctly
Your time:
Time has elapsed
You have reached 0 of 0 points, (0)
Average score |
|
Your score |
|
Categories
- Not categorized 0%
Pos. | Name | Entered on | Points | Result |
---|---|---|---|---|
Table is loading | ||||
No data available | ||||
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
- Answered
- Review
-
Question 1 of 5
1. Question
2 pointsभारत में सर्वप्रथम लौह-इस्पात कारखाना कहाँ स्थापित किया गया था?
Correct
उत्तरः (B)
व्याख्याः भारत में सर्वप्रथम लौह-इस्पात कारखाना दोराब जी टाटा द्वारा 1907 में जमशेदपुर (झारखंड) में स्थापित किया गया। टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी (टिस्को) 1947 से पूर्व तक भारत का एकमात्र इस्पात कारखाना था। यह निजी स्वामित्व में था। स्वतंत्रता के पश्चात् सरकार ने यह कार्य अपने हाथ में लिया और बहुत से लोहा इस्पात संयंत्र स्थापित किये। झारखंड में यह स्वर्णरेखा और खरकई नदियों के संगम के समीप सकाची में स्थित है। भौगोलिक रूप से जमशेदपुर लौह-अयस्क, कोयला और मैंगनीज निक्षेपों के साथ-साथ कोलकाता के निकट भी था, जहाँ विशाल बाज़ार उपलब्ध था। टिस्को को झरिया कोयला क्षेत्रों से कोयला और ओडिशा तथा छत्तीसगढ़ से लौह-अयस्क, चूना-पत्थर, डोलोमाइट और मैंगनीज प्राप्त होता है।Incorrect
उत्तरः (B)
व्याख्याः भारत में सर्वप्रथम लौह-इस्पात कारखाना दोराब जी टाटा द्वारा 1907 में जमशेदपुर (झारखंड) में स्थापित किया गया। टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी (टिस्को) 1947 से पूर्व तक भारत का एकमात्र इस्पात कारखाना था। यह निजी स्वामित्व में था। स्वतंत्रता के पश्चात् सरकार ने यह कार्य अपने हाथ में लिया और बहुत से लोहा इस्पात संयंत्र स्थापित किये। झारखंड में यह स्वर्णरेखा और खरकई नदियों के संगम के समीप सकाची में स्थित है। भौगोलिक रूप से जमशेदपुर लौह-अयस्क, कोयला और मैंगनीज निक्षेपों के साथ-साथ कोलकाता के निकट भी था, जहाँ विशाल बाज़ार उपलब्ध था। टिस्को को झरिया कोयला क्षेत्रों से कोयला और ओडिशा तथा छत्तीसगढ़ से लौह-अयस्क, चूना-पत्थर, डोलोमाइट और मैंगनीज प्राप्त होता है। -
Question 2 of 5
2. Question
2 pointsनिम्नलिखित में से कौन-से प्राकृतिक रेशे हैं?
1. ऊन
2.सिल्क
3. लिनन
4. रेयॉन
कूटःCorrect
उत्तरः (C)
व्याख्याः रेशे वस्त्र उद्योग के लिये कच्चा माल हैं। रेशे प्राकृतिक या मानवनिर्मित हो सकते हैं। प्राकृतिक रेशे ऊन, सिल्क, कपास, लिनन और जूट से प्राप्त होते हैं। मानव निर्मित रेशों में नाइलॉन, पॉलिएस्टर, ऐक्रिलिक और रेयॉन शामिल हैं।Incorrect
उत्तरः (C)
व्याख्याः रेशे वस्त्र उद्योग के लिये कच्चा माल हैं। रेशे प्राकृतिक या मानवनिर्मित हो सकते हैं। प्राकृतिक रेशे ऊन, सिल्क, कपास, लिनन और जूट से प्राप्त होते हैं। मानव निर्मित रेशों में नाइलॉन, पॉलिएस्टर, ऐक्रिलिक और रेयॉन शामिल हैं। -
Question 3 of 5
3. Question
2 pointsदेश का प्रथम वस्त्र उद्योग कहाँ पर स्थापित किया गया था?
Correct
उत्तरः (C)
व्याख्याः देश में प्रथम वस्त्र उद्योग 1818 ई. में कलकत्ता (अब कोलकाता) के समीप फोर्ट गैलेस्टर में स्थापित हुआ था, लेकिन कुछ समय बाद यह बंद हो गया।
देश की पहली सफल आधुनिक वस्त्र मिल मुंबई में 1854 में स्थापित की गई। कोष्ण आर्द्र जलवायु, मशीन आयात के लिये पत्तन, कच्चे माल की उपलब्धता और दक्ष श्रमिक इस प्रदेश में इस उद्योग के द्रुत फैलाव में सहायक रहे।Incorrect
उत्तरः (C)
व्याख्याः देश में प्रथम वस्त्र उद्योग 1818 ई. में कलकत्ता (अब कोलकाता) के समीप फोर्ट गैलेस्टर में स्थापित हुआ था, लेकिन कुछ समय बाद यह बंद हो गया।
देश की पहली सफल आधुनिक वस्त्र मिल मुंबई में 1854 में स्थापित की गई। कोष्ण आर्द्र जलवायु, मशीन आयात के लिये पत्तन, कच्चे माल की उपलब्धता और दक्ष श्रमिक इस प्रदेश में इस उद्योग के द्रुत फैलाव में सहायक रहे। -
Question 4 of 5
4. Question
2 pointsनिम्न में से किसे ‘भारत का मानचेस्टर’ कहा जाता है?
Correct
उत्तरः (C)
व्याख्याः अहमदाबाद को प्रायः भारत का मानचेस्टर कहा जाता है। अहमदाबाद गुजरात में साबरमती नदी के तट पर स्थित है। अनुकूल अवस्थिति कारक अहमदाबाद में सूती वस्त्र उद्योग के विकास में सहायक थे। अहमदाबाद कपास उत्पादन करने वाले क्षेत्र के केन्द्र में स्थित है। यहाँ की आर्द्र जलवायु कताई और बुनाई के लिये आदर्श जलवायु है।Incorrect
उत्तरः (C)
व्याख्याः अहमदाबाद को प्रायः भारत का मानचेस्टर कहा जाता है। अहमदाबाद गुजरात में साबरमती नदी के तट पर स्थित है। अनुकूल अवस्थिति कारक अहमदाबाद में सूती वस्त्र उद्योग के विकास में सहायक थे। अहमदाबाद कपास उत्पादन करने वाले क्षेत्र के केन्द्र में स्थित है। यहाँ की आर्द्र जलवायु कताई और बुनाई के लिये आदर्श जलवायु है। -
Question 5 of 5
5. Question
2 pointsनिम्न में से कौन-सा शहर ‘जापान का मानचेस्टर’ के नाम से जाना जाता है?
Correct
उत्तरः (B)
व्याख्याः ओसाका जापान का एक महत्त्वपूर्ण वस्त्र-निर्माण केन्द्र है। इसे ‘जापान का मानचेस्टर’ कहा जाता है। ओसाका में सूती वस्त्र उद्योग का विकास कई भौगोलिक कारणों से हुआ है। ओसाका के चारों ओर का विस्तृत मैदान सूती वस्त्र मिलों के विकास के लिये आसानी से भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करता है। कोष्ण आर्द्र जलवायु कताई व बुनाई के लिये बहुत ही उपयुक्त है। योडो नदी मिलों के लिये पर्याप्त जल उपलब्ध कराती है। पत्तन की अवस्थिति कच्चे कपास को आयात करने और वस्त्रों के निर्यात की सुविधा उपलब्ध कराती है। ओसाका का वस्त्र उद्योग पूर्णतः आयातित कच्चे मालों के ऊपर निर्भर है। कपास मिस्र,भारत,चीन और यू.एस.ए. से आयात की जाती है।Incorrect
उत्तरः (B)
व्याख्याः ओसाका जापान का एक महत्त्वपूर्ण वस्त्र-निर्माण केन्द्र है। इसे ‘जापान का मानचेस्टर’ कहा जाता है। ओसाका में सूती वस्त्र उद्योग का विकास कई भौगोलिक कारणों से हुआ है। ओसाका के चारों ओर का विस्तृत मैदान सूती वस्त्र मिलों के विकास के लिये आसानी से भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करता है। कोष्ण आर्द्र जलवायु कताई व बुनाई के लिये बहुत ही उपयुक्त है। योडो नदी मिलों के लिये पर्याप्त जल उपलब्ध कराती है। पत्तन की अवस्थिति कच्चे कपास को आयात करने और वस्त्रों के निर्यात की सुविधा उपलब्ध कराती है। ओसाका का वस्त्र उद्योग पूर्णतः आयातित कच्चे मालों के ऊपर निर्भर है। कपास मिस्र,भारत,चीन और यू.एस.ए. से आयात की जाती है।