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Information
Old NCERT is important for UPSC exam preparation. Aspirants should always start their UPSC Civil Services preparation from the basic NCERT books.
Mostly IAS toppers told that NCERT is the foundation of their exam preparation.NCERT are very important from prelims perspective.
We are Providing NCERT based quiz for your preparation. In this quiz, There will have 5 questions in each quiz. The questions are mainly framed from old NCERT class 6 to 12. This quiz is intended to introduce you to basic concepts and certain relevant to UPSC IAS civil services preliminary exam.
Hope this test will help to increase your preparation level.
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Question 1 of 5
1. Question
2 pointsसभी महापाषाणिक कब्रों में कुछ समानताएँ हैं। सामान्यतः मृतकों को खास किस्म के मिट्टी के बर्तनों के साथ दफ़नाया जाता था। इन्हें (बर्तनों को) निम्नलिखित में से किस नाम से जाना जाता है?
Correct
उत्तरः (a)
व्याख्याःइन कब्रों में सामान्यतः काले-लाल मिट्टी के बर्तनों को मृतकों के साथ दफ़नाया जाता था। यह एक ऐसी समानता है जो लगभग सभी महापाषाणिक कब्रों में मिलती है।
इनके साथ ही विभिन्न कब्रों में लोहे के औज़ार और हथियार, घोड़े के कंकाल और सामान तथा पत्थर और सोने के गहने भी प्राप्त हुए हैं।Incorrect
उत्तरः (a)
व्याख्याःइन कब्रों में सामान्यतः काले-लाल मिट्टी के बर्तनों को मृतकों के साथ दफ़नाया जाता था। यह एक ऐसी समानता है जो लगभग सभी महापाषाणिक कब्रों में मिलती है।
इनके साथ ही विभिन्न कब्रों में लोहे के औज़ार और हथियार, घोड़े के कंकाल और सामान तथा पत्थर और सोने के गहने भी प्राप्त हुए हैं। -
Question 2 of 5
2. Question
2 pointsमहापाषाणिक कब्रों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में कौन-सा कथन सही नहीं है?
Correct
उत्तरः (d) व्याख्याः ब्रह्मगिरि में एक व्यक्ति की कब्र में 33 सोने के मनके और शंख पाए गए जबकि दूसरे कंकालों के पास सिर्फ कुछ मिट्टी के बर्तन ही पाए गए जो उस व्यक्ति की सामाजिक स्थिति की भिन्नता को दर्शाता है। कुछ कब्रों में एक ही परिवार के लोगों को एक ही स्थान पर अलग-अलग समय दफनाया गया था। बाद में मरने वाले लोगों को परिवार के सदस्य की पहले से बनी कब्रों में लाकर दफनाया जाता था। कब्रों को पहचानने के लिये उस पर गोलाकार या खड़े पत्थर के चिह्न बनाए जाते थे। कब्र के अन्दर प्रवेश करने के लिये एक बड़ा रास्ता (बड़ा सुराख) होता था जिसे ‘पोर्ट-होल’ कहा जाता है न कि डेथ-होल। अतः कथन (d) गलत है।
Incorrect
उत्तरः (d) व्याख्याः ब्रह्मगिरि में एक व्यक्ति की कब्र में 33 सोने के मनके और शंख पाए गए जबकि दूसरे कंकालों के पास सिर्फ कुछ मिट्टी के बर्तन ही पाए गए जो उस व्यक्ति की सामाजिक स्थिति की भिन्नता को दर्शाता है। कुछ कब्रों में एक ही परिवार के लोगों को एक ही स्थान पर अलग-अलग समय दफनाया गया था। बाद में मरने वाले लोगों को परिवार के सदस्य की पहले से बनी कब्रों में लाकर दफनाया जाता था। कब्रों को पहचानने के लिये उस पर गोलाकार या खड़े पत्थर के चिह्न बनाए जाते थे। कब्र के अन्दर प्रवेश करने के लिये एक बड़ा रास्ता (बड़ा सुराख) होता था जिसे ‘पोर्ट-होल’ कहा जाता है न कि डेथ-होल। अतः कथन (d) गलत है।
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Question 3 of 5
3. Question
2 pointsइनामगाँव एक आरंभिक गाँव था जहाँ 3600 से 2700 वर्ष पूर्व लोग रहते थे। इनामगाँव निम्नलिखित में से किस नदी के किनारे स्थित है?
Correct
उत्तरः (b)
व्याख्याःइनामगाँव भीमा की सहायक नदी ‘घोड़’ के किनारे एक जगह है। इस जगह पर 3600 से 2700 वर्ष पूर्व लोग रहते थे।
यहाँ से प्राप्त कब्रों से अनेक जानकारी मिलती है। यहाँ वयस्क लोगों को प्रायः सीधा लिटाकर दफनाया जाता था तथा उनका सिर उत्तर की ओर होता था। कई बार उन्हें घर के अंदर ही दफनाया जाता था। ऐसे बर्तन जिसमें शायद खाना और पानी हों, दफनाए गए शव के पास रखे जाते थे।Incorrect
उत्तरः (b)
व्याख्याःइनामगाँव भीमा की सहायक नदी ‘घोड़’ के किनारे एक जगह है। इस जगह पर 3600 से 2700 वर्ष पूर्व लोग रहते थे।
यहाँ से प्राप्त कब्रों से अनेक जानकारी मिलती है। यहाँ वयस्क लोगों को प्रायः सीधा लिटाकर दफनाया जाता था तथा उनका सिर उत्तर की ओर होता था। कई बार उन्हें घर के अंदर ही दफनाया जाता था। ऐसे बर्तन जिसमें शायद खाना और पानी हों, दफनाए गए शव के पास रखे जाते थे। -
Question 4 of 5
4. Question
2 points‘चरक संहिता’ निम्नलिखित में से किससे संबंधित है?
Correct
उत्तरः (c)
व्याख्याःआज से लगभग 2000 वर्ष पूर्व चरक नाम के प्रसिद्ध वैद्य हुए थे। उन्होंने चिकित्सा शास्त्र पर ‘चरक संहिता’ नाम की किताब लिखी।
वे कहते हैं कि मनुष्य के शरीर में 360 हड्डियाँ होती हैं जो आधुनिक शरीर रचना विज्ञान की 206 हड्डियों से काफी ज़्यदा हैं। संभवतः चरक ने अपनी गिनती में दांत, हड्डियों के जोड़ और कार्टिलेज को जोड़कर यह संख्या बताई थी।Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्याःआज से लगभग 2000 वर्ष पूर्व चरक नाम के प्रसिद्ध वैद्य हुए थे। उन्होंने चिकित्सा शास्त्र पर ‘चरक संहिता’ नाम की किताब लिखी।
वे कहते हैं कि मनुष्य के शरीर में 360 हड्डियाँ होती हैं जो आधुनिक शरीर रचना विज्ञान की 206 हड्डियों से काफी ज़्यदा हैं। संभवतः चरक ने अपनी गिनती में दांत, हड्डियों के जोड़ और कार्टिलेज को जोड़कर यह संख्या बताई थी। -
Question 5 of 5
5. Question
2 pointsनिम्नलिखित में से कौन-से उत्तर वैदिक ग्रंथ हैं?
1. ऋग्वेद
2.यजुर्वेद
3. अथर्ववेद
4.ब्राह्मण ग्रंथ
5. उपनिषद्
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिये-Correct
उत्तरः (d)
व्याख्याःचारों वेदों में ऋग्वेद सबसे पुराना है। ऋग्वेद के काल को ऋग्वैदिक काल के नाम से जानते हैं।
सामवेद, यजुर्वेद, अथर्ववेद, ब्राह्मण, उपनिषद तथा अन्य कई ग्रंथों के ऋग्वेद के बाद रचे होने के कारण इन्हें उत्तर वैदिक ग्रंथ कहा जाता है।
ये ग्रंथ उत्तर भारत में, खासकर गंगा-यमुना क्षेत्र में रचे गए।
पुरोहितों द्वारा रचित इन ग्रंथों में विभिन्न प्रकार के अनुष्ठान और उनके संपादन की विधियाँ बताई गईं हैं। इनमें सामाजिक नियमों के बारे में भी बताया गया है।Incorrect
उत्तरः (d)
व्याख्याःचारों वेदों में ऋग्वेद सबसे पुराना है। ऋग्वेद के काल को ऋग्वैदिक काल के नाम से जानते हैं।
सामवेद, यजुर्वेद, अथर्ववेद, ब्राह्मण, उपनिषद तथा अन्य कई ग्रंथों के ऋग्वेद के बाद रचे होने के कारण इन्हें उत्तर वैदिक ग्रंथ कहा जाता है।
ये ग्रंथ उत्तर भारत में, खासकर गंगा-यमुना क्षेत्र में रचे गए।
पुरोहितों द्वारा रचित इन ग्रंथों में विभिन्न प्रकार के अनुष्ठान और उनके संपादन की विधियाँ बताई गईं हैं। इनमें सामाजिक नियमों के बारे में भी बताया गया है।