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Information
Old NCERT is important for UPSC exam preparation. Aspirants should always start their UPSC Civil Services preparation from the basic NCERT books.
Mostly IAS toppers told that NCERT is the foundation of their exam preparation.NCERT are very important from prelims perspective.
We are Providing NCERT based quiz for your preparation. In this quiz, There will have 5 questions in each quiz. The questions are mainly framed from old NCERT class 6 to 12. This quiz is intended to introduce you to basic concepts and certain relevant to UPSC IAS civil services preliminary exam.
Hope this test will help to increase your preparation level.
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Question 1 of 5
1. Question
2 pointsधान (चावल) की कृषि से संबंधित नीचे दिये गए कथनों में से कौन-सा कथन असत्य है?
Correct
उत्तरः (D)
व्याख्याः कथन 4 गलत है। चीन का चावल उत्पादन में विश्व में प्रथम स्थान है, जबकि भारत दूसरे स्थान पर है।Incorrect
उत्तरः (D)
व्याख्याः कथन 4 गलत है। चीन का चावल उत्पादन में विश्व में प्रथम स्थान है, जबकि भारत दूसरे स्थान पर है। -
Question 2 of 5
2. Question
2 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सी मृदा गेहूँ की कृषि के लिये सबसे उपयुक्त है?
Correct
उत्तरः (C)
व्याख्याः गेहूँ के वर्द्धन काल (बढ़ते समय) में मध्यम तापमान एवं वर्षा और शस्य कर्तन (फसल की कटाई) के समय तेज़ धूप की आवश्यकता होती है। इसका विकास सु-अपवाहित दोमट मृदा में सर्वोत्तम ढंग से होता है। भारत में गेहूँ शीत ऋतु में उगाया जाता है। चीन विश्व में सबसे अधिक गेहूँ का उत्पादन करता है जबकि भारत दूसरे स्थान पर है।Incorrect
उत्तरः (C)
व्याख्याः गेहूँ के वर्द्धन काल (बढ़ते समय) में मध्यम तापमान एवं वर्षा और शस्य कर्तन (फसल की कटाई) के समय तेज़ धूप की आवश्यकता होती है। इसका विकास सु-अपवाहित दोमट मृदा में सर्वोत्तम ढंग से होता है। भारत में गेहूँ शीत ऋतु में उगाया जाता है। चीन विश्व में सबसे अधिक गेहूँ का उत्पादन करता है जबकि भारत दूसरे स्थान पर है। -
Question 3 of 5
3. Question
2 pointsकॉफी की कृषि के संदर्भ में नीचे दिये गए कथनों पर विचार कीजियेः
1. इसके लिये गर्म एवं आर्द्र जलवायु की आवश्यकता होती है।
2. इसकी कृषि के लिये सु-अपवाहित दोमट मृदा सबसे उपयुक्त होती है।
3. इस फसल की वृद्धि के लिये समतल मैदान सर्वाधिक उपयुक्त होते हैं।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?Correct
उत्तरः (C)
व्याख्याः कॉफी की कृषि के लिये गर्म एवं आर्द्र जलवायु और सु-अपवाहित दोमट मृदा की आवश्यकता होती है। इस फसल की वृद्धि के लिये पर्वतीय ढाल अधिक उपयुक्त होती है। ब्राजील कॉफी का अग्रणी उत्पादक देश है।Incorrect
उत्तरः (C)
व्याख्याः कॉफी की कृषि के लिये गर्म एवं आर्द्र जलवायु और सु-अपवाहित दोमट मृदा की आवश्यकता होती है। इस फसल की वृद्धि के लिये पर्वतीय ढाल अधिक उपयुक्त होती है। ब्राजील कॉफी का अग्रणी उत्पादक देश है। -
Question 4 of 5
4. Question
2 pointsब्रिटिश काल में आदिवासी मुखियाओं तथा उनकी परिस्थिति के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
1. आदिवासी मुखियाओं का ज़मीन पर मालिकाना हक तो बना रहा, लेकिन उनकी शासकीय शक्तियाँ छिन गईं।
2. आदिवासी मुखियाओं को अंग्रेज़ों के प्रतिनिधि के रूप में काम करना पड़ता था तथा उन्हें नज़राना देना पड़ता था।
3. अंग्रेज़ों के आने से पहले कई जगहों पर आदिवासी मुखियाओं की अपनी पुलिस होती थी और वे ज़मीन एवं प्रबंधन के स्थानीय नियम खुद बनाते थे।
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर चुनिये।Correct
उत्तरः (d)
व्याख्याः उपर्युक्त तीनों कथन सही हैं।
अंग्रेज़ों से आने के पहले अनेक स्थानों पर आदिवासी मुखिया की अपनी पुलिस होती थी तथा ज़मीन और प्रबंधन के स्थानीय नियम वे खुद बनाते थे, परन्तु अंग्रेज़ों के आने के बाद इनका ज़मीन पर मालिकाना हक तो बना रहा परन्तु प्रशासनिक शक्तियाँ छिन गईं।
इन मुखियाओं को ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा बनाए गए नियमों को मानने के लिये बाध्य कर दिया गया। उन्हें अंग्रेज़ों को नज़राना देना पड़ता था और अंग्रेज़ों के प्रतिनिधि की हैसियत से अपने समूहों और अनुशासन में रखना होता था।Incorrect
उत्तरः (d)
व्याख्याः उपर्युक्त तीनों कथन सही हैं।
अंग्रेज़ों से आने के पहले अनेक स्थानों पर आदिवासी मुखिया की अपनी पुलिस होती थी तथा ज़मीन और प्रबंधन के स्थानीय नियम वे खुद बनाते थे, परन्तु अंग्रेज़ों के आने के बाद इनका ज़मीन पर मालिकाना हक तो बना रहा परन्तु प्रशासनिक शक्तियाँ छिन गईं।
इन मुखियाओं को ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा बनाए गए नियमों को मानने के लिये बाध्य कर दिया गया। उन्हें अंग्रेज़ों को नज़राना देना पड़ता था और अंग्रेज़ों के प्रतिनिधि की हैसियत से अपने समूहों और अनुशासन में रखना होता था। -
Question 5 of 5
5. Question
2 pointsउन्नीसवीं और बीसवीं शताब्दियों के दौरान देश के विभिन्न भागों में जनजातीय समूहों ने बदलते कानूनों, अपने व्यवहार पर लगी पाबंदियों, नए करों और व्यापारियों व महाजनों द्वारा किये जा रहे शोषण के खिलाफ कई बार विद्रोह किये। ऐसे विद्रोहों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा क्रम सही हैं?
Correct
उत्तरः (b)
व्याख्याः 1831-32 में कोल आदिवासियों ने और 1855 में संथालों ने विद्रोह किया था। मध्य भारत में बस्तर विद्रोह 1910 में हुआ और 1940 में महाराष्ट्र में वर्ली विद्रोह हुआ। इसी प्रकार 1906 में भी सोंग्रम संगमा द्वारा असम में और 1930 के दशक में मध्य प्रान्त में वन सत्याग्रह हुआ था।Incorrect
उत्तरः (b)
व्याख्याः 1831-32 में कोल आदिवासियों ने और 1855 में संथालों ने विद्रोह किया था। मध्य भारत में बस्तर विद्रोह 1910 में हुआ और 1940 में महाराष्ट्र में वर्ली विद्रोह हुआ। इसी प्रकार 1906 में भी सोंग्रम संगमा द्वारा असम में और 1930 के दशक में मध्य प्रान्त में वन सत्याग्रह हुआ था।