
Quiz-summary
0 of 5 questions completed
Questions:
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
Information
Old NCERT is important for UPSC exam preparation. Aspirants should always start their UPSC Civil Services preparation from the basic NCERT books.
Mostly IAS toppers told that NCERT is the foundation of their exam preparation.NCERT are very important from prelims perspective.
We are Providing NCERT based quiz for your preparation. In this quiz, There will have 5 questions in each quiz. The questions are mainly framed from old NCERT class 6 to 12. This quiz is intended to introduce you to basic concepts and certain relevant to UPSC IAS civil services preliminary exam.
Hope this test will help to increase your preparation level.
You have already completed the quiz before. Hence you can not start it again.
Quiz is loading...
You must sign in or sign up to start the quiz.
You have to finish following quiz, to start this quiz:
Results
0 of 5 questions answered correctly
Your time:
Time has elapsed
You have reached 0 of 0 points, (0)
Average score |
|
Your score |
|
Categories
- Not categorized 0%
Pos. | Name | Entered on | Points | Result |
---|---|---|---|---|
Table is loading | ||||
No data available | ||||
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
- Answered
- Review
-
Question 1 of 5
1. Question
2 pointsकिसी स्थान की जलवायु के निर्धारण में कौन-कौन से कारक महत्त्वपूर्ण होते है?
1. स्थान की स्थिति
2. ऊँचाई
3. समुद्र तल से दूरी
4. उच्चावच
कूटःCorrect
उत्तर (d)
व्याख्याः किसी स्थान की जलवायु उसकी स्थिति ऊँचाई, समुद्र तल से दूरी तथा उच्चावच पर निर्भर करती है इसलिये हमें भारत की जलवायु में क्षेत्रीय विभिन्नता का अनुभव होता है।Incorrect
उत्तर (d)
व्याख्याः किसी स्थान की जलवायु उसकी स्थिति ऊँचाई, समुद्र तल से दूरी तथा उच्चावच पर निर्भर करती है इसलिये हमें भारत की जलवायु में क्षेत्रीय विभिन्नता का अनुभव होता है। -
Question 2 of 5
2. Question
2 pointsविश्व में सर्वाधिक वर्षा कहाँ होती है?
Correct
उत्तर (c)
व्याख्याः विश्व में सबसे अधिक वर्षा मेघालय में स्थित मासिनराम में होती है।Incorrect
उत्तर (c)
व्याख्याः विश्व में सबसे अधिक वर्षा मेघालय में स्थित मासिनराम में होती है। -
Question 3 of 5
3. Question
2 pointsभारत में उष्ण कटिबंधीय वर्षा वन कहाँ पाए जाते हैं?
1. अंडमान निकोबार द्वीप समूह
2. उत्तर-पूर्वी राज्यों में
3. पश्चिमी घाट
4. हिमालय पर्वतीय क्षेत्र में
कूटःCorrect
उत्तर (a)
व्याख्याः उष्ण कटिबंधीय वर्षा वन उन क्षेत्रों में पाए जाते हैं जहाँ वर्षा बहुत अधिक होती है। ये इतने घने होते हैं कि सूर्य का प्रकाश जमीन तक नहीं पहुँच पाता है। ये वन वर्ष के अलग-अलग समय पर अपनी पत्तियाँ गिराते हैं फलतः वे हमेशा हरे-भरे दिखाई देते हैं। इसलिये इन्हें सदाबहार वन भी कहा जाता है।
भारत मे ये वन अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, उत्तर पूर्वी राज्यों के कुछ भागों तथा पश्चिमी घाट की सँकरी पट्टी में पाए जाते हैं।Incorrect
उत्तर (a)
व्याख्याः उष्ण कटिबंधीय वर्षा वन उन क्षेत्रों में पाए जाते हैं जहाँ वर्षा बहुत अधिक होती है। ये इतने घने होते हैं कि सूर्य का प्रकाश जमीन तक नहीं पहुँच पाता है। ये वन वर्ष के अलग-अलग समय पर अपनी पत्तियाँ गिराते हैं फलतः वे हमेशा हरे-भरे दिखाई देते हैं। इसलिये इन्हें सदाबहार वन भी कहा जाता है।
भारत मे ये वन अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, उत्तर पूर्वी राज्यों के कुछ भागों तथा पश्चिमी घाट की सँकरी पट्टी में पाए जाते हैं। -
Question 4 of 5
4. Question
2 pointsहमारे देश के अधिकांश भाग में किस प्रकार के वन पाए जाते हैं?
Correct
उत्तर (b)
व्याख्याः हमारे देश के बहुत बड़े भाग में उष्ण कटिबंधीय पतझड़ वन पाए जाते हैं। इन वनों को मानसूनी वन भी कहा जाता है। ये कम घने होते हैं और वर्ष के एक निश्चित समय में अपनी पत्तियाँ गिरा देते हैं।Incorrect
उत्तर (b)
व्याख्याः हमारे देश के बहुत बड़े भाग में उष्ण कटिबंधीय पतझड़ वन पाए जाते हैं। इन वनों को मानसूनी वन भी कहा जाता है। ये कम घने होते हैं और वर्ष के एक निश्चित समय में अपनी पत्तियाँ गिरा देते हैं। -
Question 5 of 5
5. Question
2 pointsनीचे दिये गए कथनों में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1. कँटीली झाड़ियों वाली वनस्पति में पानी की क्षति को कम करने के लिये इनकी पत्तियों में बड़े-बड़े काँटे होते हैं
2. पर्वतीय क्षेत्रों में पर्वतों की ऊँचाईयों के साथ वनस्पतियों में भी विभिन्नता आती है।Correct
उत्तर (c)
व्याख्याः कंटीली झाड़ियों वाली वनस्पतियाँ शुष्क भागों में पाई जाती हैं। पानी की क्षति को कम करने के लिये इनकी पत्तियों में बड़े-बड़े काँटे होते हैं। पर्वतों में ऊँचाई के अनुसार वनस्पतियों के विभिन्न प्रकार पाए जाते हैं। क्योंकि ऊँचाई बढ़ने के साथ तापमान में कमी आती है।Incorrect
उत्तर (c)
व्याख्याः कंटीली झाड़ियों वाली वनस्पतियाँ शुष्क भागों में पाई जाती हैं। पानी की क्षति को कम करने के लिये इनकी पत्तियों में बड़े-बड़े काँटे होते हैं। पर्वतों में ऊँचाई के अनुसार वनस्पतियों के विभिन्न प्रकार पाए जाते हैं। क्योंकि ऊँचाई बढ़ने के साथ तापमान में कमी आती है।