Old NCERT is important for UPSC exam preparation. Aspirants should always start their UPSC Civil Services preparation from the basic NCERT books.
Mostly IAS toppers told that NCERT is the foundation of their exam preparation.NCERT are very important from prelims perspective.
We are Providing NCERT based quiz for your preparation. In this quiz, There will have 5 questions in each quiz. The questions are mainly framed from old NCERT class 6 to 12. This quiz is intended to introduce you to basic concepts and certain relevant to UPSC IAS civil services preliminary exam.
Hope this test will help to increase your preparation level.
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Question 1 of 5
1. Question
2 points
निम्नलिखित में से कौन-सी विशेषताएँ वाणिज्यिक कृषि के संदर्भ में सही हैं?
1. वाणिज्यिक कृषि में फसल उत्पादन और पशुपालन बाज़ार को ध्यान में रखकर किया जाता है।
2. इस कृषि के अंतर्गत अधिकांश कार्य मशीनों के द्वारा किया जाता है।
3. वाणिज्यिक कृषि में रोपण कृषि, मिश्रित कृषि एवं निर्वाह कृषि शामिल हैं।
Correct
उत्तरः (A)
व्याख्याः केवल कथन 1 और 2 ही सत्य हैं। वाणिज्यिक कृषि में फसल उत्पादन और पशुपालन बाज़ार में विक्रय हेतु किया जाता है। इसमें विस्तृत कृषित क्षेत्र और अधिक पूंजी का उपयोग किया जाता है। अधिकांश कार्य मशीनों के द्वारा किया जाता है। वाणिज्यिक कृषि में वाणिज्यिक अनाज कृषि, मिश्रित कृषि और रोपण कृषि शामिल हैं।
Incorrect
उत्तरः (A)
व्याख्याः केवल कथन 1 और 2 ही सत्य हैं। वाणिज्यिक कृषि में फसल उत्पादन और पशुपालन बाज़ार में विक्रय हेतु किया जाता है। इसमें विस्तृत कृषित क्षेत्र और अधिक पूंजी का उपयोग किया जाता है। अधिकांश कार्य मशीनों के द्वारा किया जाता है। वाणिज्यिक कृषि में वाणिज्यिक अनाज कृषि, मिश्रित कृषि और रोपण कृषि शामिल हैं।
Question 2 of 5
2. Question
2 points
इस कृषि में फसलें वाणिज्यिक उद्देश्य से उगाई जाती हैं। गेहूँ और मक्का सामान्य रूप से उगाई जाने वाली फसलें हैं। उत्तर अमेरिका, यूरोप और एशिया के शीतोष्ण घास के मैदान इस प्रकार की कृषि के प्रमुख क्षेत्र हैं।
उपरोक्त लक्षण किस प्रकार के कृषि क्षेत्र को निरूपित करता है?
Correct
उत्तरः (D)
व्याख्याः वाणिज्यिक अनाज कृषि में फसलें वाणिज्यिक उद्देश्य से उगाई जाती हैं। गेहूँ और मक्का सामान्य रूप से उगाई जाने वाली फसलें हैं। उत्तर अमेरिका, यूरोप और एशिया के शीतोष्ण घास के मैदान इस प्रकार की कृषि के प्रमुख क्षेत्र हैं।
Incorrect
उत्तरः (D)
व्याख्याः वाणिज्यिक अनाज कृषि में फसलें वाणिज्यिक उद्देश्य से उगाई जाती हैं। गेहूँ और मक्का सामान्य रूप से उगाई जाने वाली फसलें हैं। उत्तर अमेरिका, यूरोप और एशिया के शीतोष्ण घास के मैदान इस प्रकार की कृषि के प्रमुख क्षेत्र हैं।
Question 3 of 5
3. Question
2 points
रोपण कृषि के संदर्भ में नीचे दिये गए कथनों पर विचार कीजियेः
1. इसमें वृहत पैमाने पर श्रम और पूंजी की आवश्यकता होती है।
2. इस कृषि के मुख्य क्षेत्र शीतोष्ण कटिबंधीय प्रदेशों में पाए जाते हैं।
3. इस कृषि में परिवहन जाल के विकास की अनिवार्यता होती है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन असत्य है/हैं?
Correct
उत्तरः (B)
व्याख्याः रोपण कृषि वाणिज्यिक कृषि का एक प्रकार है जहाँ चाय, कहवा, काजू, रबड़, केला और कपास की एकल फसल उगाई जाती है। इसमें वृहत पैमाने पर श्रम और पूंजी की आवश्यकता होती है।
रोपण कृषि के मुख्य क्षेत्र विश्व के उष्णकटिबंधीय प्रदेशों में पाए जाते हैं। इस कृषि के उत्पाद का प्रसंस्करण खेतों पर ही या निकट के कारखानों में किया जा सकता है। इस प्रकार, इस कृषि में परिवहन जाल के विकास की अनिवार्यता होती है।
Incorrect
उत्तरः (B)
व्याख्याः रोपण कृषि वाणिज्यिक कृषि का एक प्रकार है जहाँ चाय, कहवा, काजू, रबड़, केला और कपास की एकल फसल उगाई जाती है। इसमें वृहत पैमाने पर श्रम और पूंजी की आवश्यकता होती है।
रोपण कृषि के मुख्य क्षेत्र विश्व के उष्णकटिबंधीय प्रदेशों में पाए जाते हैं। इस कृषि के उत्पाद का प्रसंस्करण खेतों पर ही या निकट के कारखानों में किया जा सकता है। इस प्रकार, इस कृषि में परिवहन जाल के विकास की अनिवार्यता होती है।
Question 4 of 5
4. Question
2 points
महालवाड़ी बंदोबस्त के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-से सही नहीं हैं?
1. यह व्यवस्था लार्ड हेस्टिंग्स ने तैयार की थी।
2. इसमें राजस्व के लिये निर्धारित इकाई महाल थी जिसका अर्थ गाँव या गाँवों का समूह था।
3. इसमें निर्धारित राजस्व स्थायी रूप से तय नहीं था।
4. इसमें कंपनी द्वारा कर एकत्र करने का दायित्व ज़मींदारों को दिया गया था।
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर चुनिये।
Correct
उत्तरः (c)
व्याख्याः
बंगाल प्रेज़िडेंसी के उत्तर-पश्चिमी प्रांतों के लिये होल्ट मैकेंजी नामक अंग्रेज़ ने एक नई व्यवस्था महालवाड़ी बंदोबस्त तैयार की जिसे 1822 में लागू किया गया। अतः कथन 1 गलत है।
इसमें महाल को राजस्व की इकाई तय किया गया जिसका अर्थ एक गाँव या गाँवों का एक समूह था। इसमें गाँव के एक-एक खेत के अनुमानित राजस्व को जोड़कर हर गाँव या ग्राम समूह (महाल) से वसूल होने वाले राजस्व का हिसाब लगाया जाता था। इसमें राजस्व को स्थायी रूप से तय नहीं किया गया, बल्कि उसमें समय-समय पर संशोधनों की गुंजाइश रखी गई। अतः कथन 2 और 3 सही हैं।
इसमें राजस्व इकट्ठा करने और उसे कम्पनी को अदा करने का ज़िम्मा ज़मींदार के बजाय गाँव के मुखिया को सौंपा गया। अतः कथन 4 गलत है।
Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्याः
बंगाल प्रेज़िडेंसी के उत्तर-पश्चिमी प्रांतों के लिये होल्ट मैकेंजी नामक अंग्रेज़ ने एक नई व्यवस्था महालवाड़ी बंदोबस्त तैयार की जिसे 1822 में लागू किया गया। अतः कथन 1 गलत है।
इसमें महाल को राजस्व की इकाई तय किया गया जिसका अर्थ एक गाँव या गाँवों का एक समूह था। इसमें गाँव के एक-एक खेत के अनुमानित राजस्व को जोड़कर हर गाँव या ग्राम समूह (महाल) से वसूल होने वाले राजस्व का हिसाब लगाया जाता था। इसमें राजस्व को स्थायी रूप से तय नहीं किया गया, बल्कि उसमें समय-समय पर संशोधनों की गुंजाइश रखी गई। अतः कथन 2 और 3 सही हैं।
इसमें राजस्व इकट्ठा करने और उसे कम्पनी को अदा करने का ज़िम्मा ज़मींदार के बजाय गाँव के मुखिया को सौंपा गया। अतः कथन 4 गलत है।
Question 5 of 5
5. Question
2 points
रैयतवाड़ी व्यवस्था के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. इसे मुख्य रूप से दक्षिण भारतीय क्षेत्रों में लागू किया गया।
2. दक्षिण में परम्परागत ज़मींदार के अभाव के कारण सीधे किसानों से ही बन्दोबस्त करना तय किया गया।
3. इस व्यवस्था को टॉमस मुनरो ने विकसित किया था।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तरः (d)
व्याख्याः उपर्युक्त सभी कथन सही हैं।
रैयतवाड़ी व्यवस्था मुख्य रूप से दक्षिण भारतीय क्षेत्रों में लागू की गई। कैप्टन एलेक्जेंडर रीड ने टीपू सुल्तान के साथ चले युद्धों के बाद कंपनियों द्वारा कब्जे में लिये गए कुछ इलाकों में इस व्यवस्था को आजमा कर भी देख लिया था।
टॉमस मुनरो ने इस व्यवस्था को विकसित किया था अतः इसे मुनरो व्यवस्था भी कहते हैं। धीरे-धीरे पूरे दक्षिणी भारत पर यही व्यवस्था लागू कर दी गई।
रीड और मुनरो को लगता था कि दक्षिण में परम्परागत ज़मींदार नहीं थे। इसलिये उनका तर्क यह था कि सीधे किसानों (रैयतों) से ही बंदोबस्त करना चाहिये जो पीढ़ियों से ज़मीन पर खेती करते आ रहे हैं।
Incorrect
उत्तरः (d)
व्याख्याः उपर्युक्त सभी कथन सही हैं।
रैयतवाड़ी व्यवस्था मुख्य रूप से दक्षिण भारतीय क्षेत्रों में लागू की गई। कैप्टन एलेक्जेंडर रीड ने टीपू सुल्तान के साथ चले युद्धों के बाद कंपनियों द्वारा कब्जे में लिये गए कुछ इलाकों में इस व्यवस्था को आजमा कर भी देख लिया था।
टॉमस मुनरो ने इस व्यवस्था को विकसित किया था अतः इसे मुनरो व्यवस्था भी कहते हैं। धीरे-धीरे पूरे दक्षिणी भारत पर यही व्यवस्था लागू कर दी गई।
रीड और मुनरो को लगता था कि दक्षिण में परम्परागत ज़मींदार नहीं थे। इसलिये उनका तर्क यह था कि सीधे किसानों (रैयतों) से ही बंदोबस्त करना चाहिये जो पीढ़ियों से ज़मीन पर खेती करते आ रहे हैं।