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Information
Old NCERT is important for UPSC exam preparation. Aspirants should always start their UPSC Civil Services preparation from the basic NCERT books.
Mostly IAS toppers told that NCERT is the foundation of their exam preparation.NCERT are very important from prelims perspective.
We are Providing NCERT based quiz for your preparation. In this quiz, There will have 5 questions in each quiz. The questions are mainly framed from old NCERT class 6 to 12. This quiz is intended to introduce you to basic concepts and certain relevant to UPSC IAS civil services preliminary exam.
Hope this test will help to increase your preparation level.
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Question 1 of 5
1. Question
2 pointsहड़प्पा से प्राप्त बाट और मनकों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये-
1. बाटों को बनाने के लिये सामान्यतः चूना पत्थर का प्रयोग किया गया था।
2. मनकों के निर्माण में कार्नीलियन पत्थरों का प्रयोग हुआ था।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?Correct
उत्तरः (b)
व्याख्याः⦁ कथन 2 सही है परंतु कथन 1 गलत है क्योंकि हड़प्पा के नगरों में बाट बनाने के लिये सामान्यतः चर्ट पत्थर का प्रयोग किया गया था न कि चूना पत्थर का। इन्हें शायद बहुमूल्य पत्थर और धातुओं को तौलने के लिये बनाया गया था।
⦁ मनकों के निर्माण में कार्नीलियन पत्थर का प्रयोग हुआ। पत्थरों को काट और तराशकर मनके बनाए गए। इनके बीच छेद किये गए थे ताकि धागा डालकर माला बनाई जाए।Incorrect
उत्तरः (b)
व्याख्याः⦁ कथन 2 सही है परंतु कथन 1 गलत है क्योंकि हड़प्पा के नगरों में बाट बनाने के लिये सामान्यतः चर्ट पत्थर का प्रयोग किया गया था न कि चूना पत्थर का। इन्हें शायद बहुमूल्य पत्थर और धातुओं को तौलने के लिये बनाया गया था।
⦁ मनकों के निर्माण में कार्नीलियन पत्थर का प्रयोग हुआ। पत्थरों को काट और तराशकर मनके बनाए गए। इनके बीच छेद किये गए थे ताकि धागा डालकर माला बनाई जाए। -
Question 2 of 5
2. Question
2 pointsनिम्नलिखित में से किस हड़प्पीय स्थल से एक कढ़ाईदार वस्त्र पहने एक महत्त्वपूर्ण व्यक्ति की पत्थर से बनी मूर्ति प्राप्त हुई है?
Correct
उत्तरः (b)
व्याख्याः मोहनजोदड़ो से एक महत्त्वपूर्ण व्यक्ति की पत्थर से बनी मूर्ति मिली थी। इसमें उसे कढ़ाईदार वस्त्र पहने दिखाया गया है।Incorrect
उत्तरः (b)
व्याख्याः मोहनजोदड़ो से एक महत्त्वपूर्ण व्यक्ति की पत्थर से बनी मूर्ति मिली थी। इसमें उसे कढ़ाईदार वस्त्र पहने दिखाया गया है। -
Question 3 of 5
3. Question
2 pointsपृथ्वी के सबसे निकटतम ग्रह कौन-सा है?
Correct
उत्तर (b)
व्याख्याः पृथ्वी के सबसे निकटतम ग्रह शुक्र है। पृथ्वी से शुक्र की दूरी 41.4 मिलियन किमी. है। पृथ्वी से मंगल ग्रह की दूरी = 78.3 मिलियन किमी. है।Incorrect
उत्तर (b)
व्याख्याः पृथ्वी के सबसे निकटतम ग्रह शुक्र है। पृथ्वी से शुक्र की दूरी 41.4 मिलियन किमी. है। पृथ्वी से मंगल ग्रह की दूरी = 78.3 मिलियन किमी. है। -
Question 4 of 5
4. Question
2 pointsऔज़ारों में लोहे के फलक में बने वलय में लकड़ी का हत्था लगाने के लिये फलक के वलय वाले हिस्से को गर्म किया जाता है। गर्म करने से वलय में निम्नलिखित में से क्या परिवर्तन होता है?
Correct
उत्तर : (b)
व्याख्याःऔज़ारों में लोहे के फलक में एक वलय होता है जिसमें लकड़ी के हत्थे को फँसा दिया जाता है। साधारणतया इस वलय का आमाप लकड़ी के हत्थे के घेरे से थोड़ा छोटा होता है। हत्थे को वलय में फँसाने के लिये वलय को गर्म करते हैं जिससे उसका आकार बड़ा हो जाता है (फैल जाता है)। अब हत्था आसानी से इसमें जड़ दिया जाता है। जब वलय ठंडा होता है तो सिकुड़ जाता है जिससे यह हत्थे पर कस जाता है।
इसी प्रकार के परिवर्तन का उपयोग बैलगाड़ी के लकड़ी के पहिए पर लोहे के रिम को कसने के लिये भी किया जाता है।Incorrect
उत्तर : (b)
व्याख्याःऔज़ारों में लोहे के फलक में एक वलय होता है जिसमें लकड़ी के हत्थे को फँसा दिया जाता है। साधारणतया इस वलय का आमाप लकड़ी के हत्थे के घेरे से थोड़ा छोटा होता है। हत्थे को वलय में फँसाने के लिये वलय को गर्म करते हैं जिससे उसका आकार बड़ा हो जाता है (फैल जाता है)। अब हत्था आसानी से इसमें जड़ दिया जाता है। जब वलय ठंडा होता है तो सिकुड़ जाता है जिससे यह हत्थे पर कस जाता है।
इसी प्रकार के परिवर्तन का उपयोग बैलगाड़ी के लकड़ी के पहिए पर लोहे के रिम को कसने के लिये भी किया जाता है। -
Question 5 of 5
5. Question
2 pointsनिम्नलिखित पर विचार कीजियेः
1. गुब्बारे का फटना
2. दूध का दही बनना
3. नमक का पानी में घुलना
4. कुम्हार द्वारा मिट्टी के ढेर को बर्तन में बदलना
उपर्युक्त में से कौन-से परिवर्तन उत्क्रमित (Reversed) किये जा सकते हैं?Correct
उत्तर : (d)
व्याख्याः कुछ परिवर्तनों को उत्क्रमित किया जा सकता है तथा कुछ को नहीं। गुब्बारे का फटना तथा दूध का दही बनना, ये परिवर्तन उत्क्रमित नहीं किये जा सकते, जबकि नमक का पानी में घुलना तथा कुम्हार द्वारा मिट्टी के ढेर को बर्तन में बदलना उत्क्रमित किये जा सकने वाले परिवर्तन हैं; परंतु कुम्हार द्वारा मिट्टी के बर्तनों को भट्टी में सेंकने के बाद हुए परिवर्तन को उत्क्रमित नहीं किया जा सकता।Incorrect
उत्तर : (d)
व्याख्याः कुछ परिवर्तनों को उत्क्रमित किया जा सकता है तथा कुछ को नहीं। गुब्बारे का फटना तथा दूध का दही बनना, ये परिवर्तन उत्क्रमित नहीं किये जा सकते, जबकि नमक का पानी में घुलना तथा कुम्हार द्वारा मिट्टी के ढेर को बर्तन में बदलना उत्क्रमित किये जा सकने वाले परिवर्तन हैं; परंतु कुम्हार द्वारा मिट्टी के बर्तनों को भट्टी में सेंकने के बाद हुए परिवर्तन को उत्क्रमित नहीं किया जा सकता।