
Quiz-summary
0 of 5 questions completed
Questions:
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
Information
Old NCERT is important for UPSC exam preparation. Aspirants should always start their UPSC Civil Services preparation from the basic NCERT books.
Mostly IAS toppers told that NCERT is the foundation of their exam preparation.NCERT are very important from prelims perspective.
We are Providing NCERT based quiz for your preparation. In this quiz, There will have 5 questions in each quiz. The questions are mainly framed from old NCERT class 6 to 12. This quiz is intended to introduce you to basic concepts and certain relevant to UPSC IAS civil services preliminary exam.
Hope this test will help to increase your preparation level.
You have already completed the quiz before. Hence you can not start it again.
Quiz is loading...
You must sign in or sign up to start the quiz.
You have to finish following quiz, to start this quiz:
Results
0 of 5 questions answered correctly
Your time:
Time has elapsed
You have reached 0 of 0 points, (0)
Average score |
|
Your score |
|
Categories
- Not categorized 0%
Pos. | Name | Entered on | Points | Result |
---|---|---|---|---|
Table is loading | ||||
No data available | ||||
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
- Answered
- Review
-
Question 1 of 5
1. Question
2 pointsअकबर के शासनकाल के इतिहास से संबंधित विवरण निम्न में से किस पुस्तक में मिलता है-
Correct
उत्तर (b)
व्याख्याः अबुल फजल ने अकबर के शासनकाल का इतिहास तीन जिल्दों में लिखा और इसका शीर्षक ‘अकबरनामा’ रखा। पहली जिल्द में अकबर के पूर्वजों का बयान है, दूसरी जिल्द अकबर के शासनकाल की घटनाओं का विवरण देती है। तीसरी जिल्द आइने अकबरी है। इससे अकबर के प्रशासन घराने, सेना, राजस्व और साम्राज्य के भूगोल के बारे में जानकारी मिलती है।Incorrect
उत्तर (b)
व्याख्याः अबुल फजल ने अकबर के शासनकाल का इतिहास तीन जिल्दों में लिखा और इसका शीर्षक ‘अकबरनामा’ रखा। पहली जिल्द में अकबर के पूर्वजों का बयान है, दूसरी जिल्द अकबर के शासनकाल की घटनाओं का विवरण देती है। तीसरी जिल्द आइने अकबरी है। इससे अकबर के प्रशासन घराने, सेना, राजस्व और साम्राज्य के भूगोल के बारे में जानकारी मिलती है। -
Question 2 of 5
2. Question
2 pointsमुगल काल से संबंधित विभिन्न विभागों एवं पदाधिकारियों के संबंध में सूची-I को सूची-II के साथ सुमेलित कीजिये।
सूची-I सूची-II
A. प्रांतों के प्रशासक 1. सदर
B. प्रांतों के वित्तीय अधिकारी 2.फौजदार
C. धार्मिक और धर्मार्थ किये जाने वाले कार्यों का मंत्री 3.सूबेदार
D. सेना नायक 4.दीवान
कूटःA B C D
Correct
उत्तर (b)
व्याख्याः प्रशासन के प्रमुख अभिलक्षणों को अकबर ने निर्धारित किये थे। इसका विस्तृत वर्णन अबुल फज़ल की अकबर नामा विशेषकर आइने-अकबरी में मिलता है। अबुल फज़ल के अनुसार साम्राज्य कई प्रांतों में बँटा था। जिन्हें “सूबा” कहा जाता था। सूबों के प्रशासकों को “सूबेदार” कहते थे, जो राजनैतिक तथा सैनिक दोनों प्रकार के कार्यों का निर्वाह करते थे। प्रत्येक प्रांत का एक वित्तीय अधिकारी भी होता था जो ‘दीवान’ कहलाता था। कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिये सूबेदार को अन्य अफसरों का सहयोग भी प्राप्त था।
सदर धार्मिक और धर्मार्थ किये जाने वाले कार्यों का
फौजदार – सेना नायक
कोतवाल – नगर का पुलिस अधिकारी
बख्शी – सैनिक वेतनाधिकारीIncorrect
उत्तर (b)
व्याख्याः प्रशासन के प्रमुख अभिलक्षणों को अकबर ने निर्धारित किये थे। इसका विस्तृत वर्णन अबुल फज़ल की अकबर नामा विशेषकर आइने-अकबरी में मिलता है। अबुल फज़ल के अनुसार साम्राज्य कई प्रांतों में बँटा था। जिन्हें “सूबा” कहा जाता था। सूबों के प्रशासकों को “सूबेदार” कहते थे, जो राजनैतिक तथा सैनिक दोनों प्रकार के कार्यों का निर्वाह करते थे। प्रत्येक प्रांत का एक वित्तीय अधिकारी भी होता था जो ‘दीवान’ कहलाता था। कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिये सूबेदार को अन्य अफसरों का सहयोग भी प्राप्त था।
सदर धार्मिक और धर्मार्थ किये जाने वाले कार्यों का
फौजदार – सेना नायक
कोतवाल – नगर का पुलिस अधिकारी
बख्शी – सैनिक वेतनाधिकारी -
Question 3 of 5
3. Question
2 pointsअमेजन नदी द्रोणी के वर्षा वन के संदर्भ में ‘मलोका’ किसे निरूपित करता है?
Correct
उत्तरः (c)
व्याख्याः अमेजन नदी द्रोणी में स्थित वर्षा वन में कुछ लोग ‘मलोका’ कहे जाने वाले बड़े अपार्टमेंट जैसे घरों में रहते हैं, जिनकी छत तीव्र ढलान वाली होती है। वर्षा वन अत्यधिक मात्रा में घरों के लिये लकड़ी प्रदान करते हैं।Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्याः अमेजन नदी द्रोणी में स्थित वर्षा वन में कुछ लोग ‘मलोका’ कहे जाने वाले बड़े अपार्टमेंट जैसे घरों में रहते हैं, जिनकी छत तीव्र ढलान वाली होती है। वर्षा वन अत्यधिक मात्रा में घरों के लिये लकड़ी प्रदान करते हैं। -
Question 4 of 5
4. Question
2 pointsभारत में कौन-सी नदी/नदियों के बेसिन में ‘सुसु’ नामक डाल्फिन पाई जाती है?
1. गंगा
2. ब्रह्मपुत्र
3. चंबल
4. कावेरी
कूटःCorrect
उत्तरः (a)
व्याख्याः गंगा एवं ब्रह्मपुत्र नदी के अलवण जल में एक प्रकार की डाल्फिन पाई जाती है, जिसे स्थानीय भाषा में ‘सुसु’(अथवा अंधी डाल्फिन) कहा जाता है। सुसु की उपस्थिति से जल की शुद्धता का पता चलता है। रसायन की अत्यधिक मात्रा वाले गैर-उपचारित औद्योगिक एवं शहरी गंदगी इन प्रजातियों को नष्ट कर रही है।Incorrect
उत्तरः (a)
व्याख्याः गंगा एवं ब्रह्मपुत्र नदी के अलवण जल में एक प्रकार की डाल्फिन पाई जाती है, जिसे स्थानीय भाषा में ‘सुसु’(अथवा अंधी डाल्फिन) कहा जाता है। सुसु की उपस्थिति से जल की शुद्धता का पता चलता है। रसायन की अत्यधिक मात्रा वाले गैर-उपचारित औद्योगिक एवं शहरी गंदगी इन प्रजातियों को नष्ट कर रही है। -
Question 5 of 5
5. Question
2 pointsकथन (A) : मूलों द्वारा मृदा से अवशोषित जल अभिकर्षित (खिंचकर) होकर तने और पत्तियों तक पहुँचता है।
कारण (R) : पत्तियों से जल के वाष्पोत्सर्जन के कारण एक चूषण बल निर्मित होता है।
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर का चयन कीजिये-Correct
उत्तरः (a)
व्याख्याः पादपों में वाष्पोत्सर्जन के कारण एक चूषण बल निर्मित होता है, जिसके कारण मूलों द्वारा मृदा से अवशोषित जल अभिकर्षित (खिंचकर) होकर तने और पत्तियों में पहुँचता है। अतः (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है। वाष्पोत्सर्जन का ये प्रक्रम पादपों को ठंडा रखने में भी सहायक होता है।Incorrect
उत्तरः (a)
व्याख्याः पादपों में वाष्पोत्सर्जन के कारण एक चूषण बल निर्मित होता है, जिसके कारण मूलों द्वारा मृदा से अवशोषित जल अभिकर्षित (खिंचकर) होकर तने और पत्तियों में पहुँचता है। अतः (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है। वाष्पोत्सर्जन का ये प्रक्रम पादपों को ठंडा रखने में भी सहायक होता है।