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Information
Old NCERT is important for UPSC exam preparation. Aspirants should always start their UPSC Civil Services preparation from the basic NCERT books.
Mostly IAS toppers told that NCERT is the foundation of their exam preparation.NCERT are very important from prelims perspective.
We are Providing NCERT based quiz for your preparation. In this quiz, There will have 5 questions in each quiz. The questions are mainly framed from old NCERT class 6 to 12. This quiz is intended to introduce you to basic concepts and certain relevant to UPSC IAS civil services preliminary exam.
Hope this test will help to increase your preparation level.
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Question 1 of 5
1. Question
2 pointsकथन (A): आश्रम व्यवस्था में प्रायः स्त्रियों को वेद पढ़ने की अनुमति नहीं थी।
कारण (R): उन्हें अपने पतियों द्वारा पालन किये जाने वाले आश्रमों के नियमों का ही अनुसरण करना होता था।
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर का चयन कीजिये-Correct
उत्तरः (b)
व्याख्याः कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं परंतु (R), (A) की व्याख्या नहीं करता है।Incorrect
उत्तरः (b)
व्याख्याः कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं परंतु (R), (A) की व्याख्या नहीं करता है। -
Question 2 of 5
2. Question
2 pointsजरथुस्त्र एक ईरानी पैगम्बर थे। उनकी शिक्षाओं के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
1. जरथुस्त्र की शिक्षाओं का संकलन ‘जेन्द-अवेस्ता’ नामक ग्रंथ में मिलता है।
2. जरथुस्त्र की मूल शिक्षा का सूत्र हैः ‘सद्-विचार, सद्-वचन तथा सद्-कार्य।’
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर चुनिये-Correct
उत्तरः (c)
व्याख्याःजरथुस्त्र ईरानी पैगम्बर थे। उनकी शिक्षाओं का संकलन ‘जेन्द-अवेस्ता’ नामक ग्रंथ में मिलता है। जेन्द-अवेस्ता की भाषा तथा इसमें वर्णित रीति-रिवाज, वेदों की भाषा और रीति-रिवाजों से काफी मिलते-जुलते हैं।
जरथुस्त्र की मूल शिक्षा का सूत्र हैः ‘सद्-विचार, सद्-वचन तथा सद्-कार्य’ अर्थात् ‘हे ईश्वर! बल, सत्य-प्रधानता एवं सद्-विचार प्रदान कीजिये, जिनके ज़रिये हम शान्ति बना सकें।’
एक हज़ार से अधिक वर्ष तक जरथुस्त्रवाद ईरान का एक प्रमुख धर्म रहा। बाद में कुछ जरथुस्त्रवादी ईरान से आकर गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय नगरों में बस गए। वे लोग ही आज के पारसियों के पूर्वज हैं।Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्याःजरथुस्त्र ईरानी पैगम्बर थे। उनकी शिक्षाओं का संकलन ‘जेन्द-अवेस्ता’ नामक ग्रंथ में मिलता है। जेन्द-अवेस्ता की भाषा तथा इसमें वर्णित रीति-रिवाज, वेदों की भाषा और रीति-रिवाजों से काफी मिलते-जुलते हैं।
जरथुस्त्र की मूल शिक्षा का सूत्र हैः ‘सद्-विचार, सद्-वचन तथा सद्-कार्य’ अर्थात् ‘हे ईश्वर! बल, सत्य-प्रधानता एवं सद्-विचार प्रदान कीजिये, जिनके ज़रिये हम शान्ति बना सकें।’
एक हज़ार से अधिक वर्ष तक जरथुस्त्रवाद ईरान का एक प्रमुख धर्म रहा। बाद में कुछ जरथुस्त्रवादी ईरान से आकर गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय नगरों में बस गए। वे लोग ही आज के पारसियों के पूर्वज हैं। -
Question 3 of 5
3. Question
2 pointsनीचे दिये गए कथन एवं कारणों पर विचार कीजिये?
कथनः ग्रीनिच से पूर्व के स्थानों का समय ग्रीनिच (ग्रीनविच) समय से आगे होता है तथा पश्चिम के स्थानों का समय पीछे होता है।
कारणः पृथ्वी अपने काल्पनिक अक्ष पर पूर्व से पश्चिम की ओर घूमती है।Correct
उत्तरः (c)
व्याख्याः पृथ्वी अपने काल्पनिक अक्ष पश्चिम से पूर्व की ओर चक्कर लगाती है, अतः वे स्थान जो ग्रीनिच (ग्रीनविच) के पूर्व में हैं, उनका समय ग्रीनिच (ग्रीनविच) से आगे होगा तथा जो पश्चिम में हैं उनका समय पीछे होगा।Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्याः पृथ्वी अपने काल्पनिक अक्ष पश्चिम से पूर्व की ओर चक्कर लगाती है, अतः वे स्थान जो ग्रीनिच (ग्रीनविच) के पूर्व में हैं, उनका समय ग्रीनिच (ग्रीनविच) से आगे होगा तथा जो पश्चिम में हैं उनका समय पीछे होगा। -
Question 4 of 5
4. Question
2 pointsपृथ्वी को अपने अक्ष में 1° घूमने में कितना समय लगता है?
Correct
उत्तरः (a)
व्याख्याः पृथ्वी अपने अक्ष पर 24 घंटे में 360° घूमती है।
चूँकि, 24 घंटे = 360°
इसलिये 1 घंटे = 15°
1 घंटे में 60 मिनट होते हैं।
60 मिनट = 15°
1° = 4 मिनट
अतः पृथ्वी को 1° घूमने में 4 मिनट लगते हैं।Incorrect
उत्तरः (a)
व्याख्याः पृथ्वी अपने अक्ष पर 24 घंटे में 360° घूमती है।
चूँकि, 24 घंटे = 360°
इसलिये 1 घंटे = 15°
1 घंटे में 60 मिनट होते हैं।
60 मिनट = 15°
1° = 4 मिनट
अतः पृथ्वी को 1° घूमने में 4 मिनट लगते हैं। -
Question 5 of 5
5. Question
2 pointsनिम्नलिखित में से कौन एक जड़ नहीं है?
Correct
उत्तरः (c)
व्याख्याः आलू तना है, जबकि गाजर, मूली, शलजम, शकरकंद और टेपियोका जड़ें हैं। इन्हें हम खाने में प्रयोग करते हैं।Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्याः आलू तना है, जबकि गाजर, मूली, शलजम, शकरकंद और टेपियोका जड़ें हैं। इन्हें हम खाने में प्रयोग करते हैं।