
Quiz-summary
0 of 5 questions completed
Questions:
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
Information
Old NCERT is important for UPSC exam preparation. Aspirants should always start their UPSC Civil Services preparation from the basic NCERT books.
Mostly IAS toppers told that NCERT is the foundation of their exam preparation.NCERT are very important from prelims perspective.
We are Providing NCERT based quiz for your preparation. In this quiz, There will have 5 questions in each quiz. The questions are mainly framed from old NCERT class 6 to 12. This quiz is intended to introduce you to basic concepts and certain relevant to UPSC IAS civil services preliminary exam.
Hope this test will help to increase your preparation level.
You have already completed the quiz before. Hence you can not start it again.
Quiz is loading...
You must sign in or sign up to start the quiz.
You have to finish following quiz, to start this quiz:
Results
0 of 5 questions answered correctly
Your time:
Time has elapsed
You have reached 0 of 0 points, (0)
Average score |
|
Your score |
|
Categories
- Not categorized 0%
Pos. | Name | Entered on | Points | Result |
---|---|---|---|---|
Table is loading | ||||
No data available | ||||
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
- Answered
- Review
-
Question 1 of 5
1. Question
2 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सा कथन बौद्ध संघ के संदर्भ में सही नहीं है?
Correct
उत्तरः (d)
व्याख्याःसंघ के भिक्षुओं और भिक्षुणियों के लिये नियम का उल्लेख विनय पिटक में है।
विनय पिटक से पता चलता है कि संघ में सभी व्यक्ति प्रवेश ले सकते थे। पुरुषों और स्त्रियों के रहने के लिये अलग व्यवस्था थी।
संघ में प्रवेश के लिये बच्चों को अपने माता-पिता से, दासों को अपने स्वामियों से, राजकर्मियों को अपने राजा से और कर्ज़दारों को अपने देनदारों से अनुमति लेनी होती थी।
विवाहित स्त्री को संघ में प्रवेश के लिये अपने पति से अनुमति लेना आवश्यक था, न कि माता-पिता से। अतः कथन (d) गलत है।Incorrect
उत्तरः (d)
व्याख्याःसंघ के भिक्षुओं और भिक्षुणियों के लिये नियम का उल्लेख विनय पिटक में है।
विनय पिटक से पता चलता है कि संघ में सभी व्यक्ति प्रवेश ले सकते थे। पुरुषों और स्त्रियों के रहने के लिये अलग व्यवस्था थी।
संघ में प्रवेश के लिये बच्चों को अपने माता-पिता से, दासों को अपने स्वामियों से, राजकर्मियों को अपने राजा से और कर्ज़दारों को अपने देनदारों से अनुमति लेनी होती थी।
विवाहित स्त्री को संघ में प्रवेश के लिये अपने पति से अनुमति लेना आवश्यक था, न कि माता-पिता से। अतः कथन (d) गलत है। -
Question 2 of 5
2. Question
2 pointsकुछ शैलकृत गुफाओं को विहार कहते हैं। विहार के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये-
1. विहार बौद्ध भिक्षुओं और भिक्षुणियों की शरणस्थली थी जो बाद में निवास स्थल में बदल गया।
2. प्रायः किसी धनी व्यापारी, राजा अथवा भू-स्वामी द्वारा दान में दी गई भूमि पर विहार का निर्माण होता था।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
उत्तरः (c)
व्याख्याः विहारों के संदर्भ में उपरोक्त दोनों कथन सत्य हैं। महाराष्ट्र में स्थित कार्ले की गुफा विहार का उदाहरण है।Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्याः विहारों के संदर्भ में उपरोक्त दोनों कथन सत्य हैं। महाराष्ट्र में स्थित कार्ले की गुफा विहार का उदाहरण है। -
Question 3 of 5
3. Question
2 pointsकिसी स्थान का मानक समय (Standard Time) निर्धारित करने का आधार होता है:
Correct
उत्तरः (b)
व्याख्याः देशांतरीय याम्योत्तरों की लम्बाई एक समान होने के कारण इन्हे सिर्फ मुख्य संख्याओं में व्यक्त करना कठिन था। तब सभी देशों ने निश्चय किया कि ग्रीनिच जहाँ ब्रिटिश राजकीय वेधशाला स्थित है, से गुजरने वाली याम्योत्तर से पूर्व और पश्चिम की ओर गिनती शुरू की जाए। इस याम्योत्तर को प्रमुख याम्योत्तर कहते है तथा इसका मान 0° देशान्तर है। अर्थात् यह स्थान मानक समय निर्धारित करने का आधार बना। यहाँ से हम 180° पूर्व या 180° पश्चिम तक गणना करते हैं।Incorrect
उत्तरः (b)
व्याख्याः देशांतरीय याम्योत्तरों की लम्बाई एक समान होने के कारण इन्हे सिर्फ मुख्य संख्याओं में व्यक्त करना कठिन था। तब सभी देशों ने निश्चय किया कि ग्रीनिच जहाँ ब्रिटिश राजकीय वेधशाला स्थित है, से गुजरने वाली याम्योत्तर से पूर्व और पश्चिम की ओर गिनती शुरू की जाए। इस याम्योत्तर को प्रमुख याम्योत्तर कहते है तथा इसका मान 0° देशान्तर है। अर्थात् यह स्थान मानक समय निर्धारित करने का आधार बना। यहाँ से हम 180° पूर्व या 180° पश्चिम तक गणना करते हैं। -
Question 4 of 5
4. Question
2 pointsतने दो तरफा मार्ग का कार्य करते हैं। तनों के कार्य के सन्दर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. तना जल एवं खनिज को पतली नलिकाओं द्वारा पत्तियों तथा पौधे के अन्य भागों तक पहुँचाता है।
2. पत्तियों द्वारा बना भोजन तनों से होकर ही पौधे के विभिन्न भागों में संगृहीत होता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?Correct
उत्तरः (c)
व्याख्याः तना उपरोक्त दोनों कार्य सम्पन्न करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। तने अनेक प्रकार के होते हैं। ये कठोर, मुलायम व कमज़ोर हो सकते हैं। वृक्षों के तने कठोर होते हैं। कमज़ोर तने वाले पौधे सीधे खड़े नहीं हो पाते और ये भूमि पर फैल जाते हैं। इन्हें विसर्पी लता कहते हैं, जबकि कुछ पौधे आरोही कहलाते हैं।Incorrect
उत्तरः (c)
व्याख्याः तना उपरोक्त दोनों कार्य सम्पन्न करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। तने अनेक प्रकार के होते हैं। ये कठोर, मुलायम व कमज़ोर हो सकते हैं। वृक्षों के तने कठोर होते हैं। कमज़ोर तने वाले पौधे सीधे खड़े नहीं हो पाते और ये भूमि पर फैल जाते हैं। इन्हें विसर्पी लता कहते हैं, जबकि कुछ पौधे आरोही कहलाते हैं। -
Question 5 of 5
5. Question
2 pointsजड़ों के सन्दर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. जड़ें मिट्टी से जल और खनिज पदार्थों का अवशोषण करती हैं तथा पौधों को मिट्टी में दृढ़ता से जमाए रखती हैं।
2. जालिका रूपी शिरा-विन्यास युक्त पत्तियों वाले पौधों की जड़ें रेशेदार होती हैं जबकि समांतर शिरा- विन्यास युक्त पत्तियों वाले पौधों की जड़ें मूसला जड़ें होती हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?Correct
उत्तरः (a)
व्याख्याःकथन 1 सही है, जबकि कथन 2 गलत है। जड़ें मुख्यतः दो प्रकार की होती हैंः मूसला जड़ एवं रेशेदार जड़ (झकड़ा जड़)।
जालिका रूपी शिरा-विन्यास युक्त पत्तियों वाले पौधों की जड़ें मूसला जड़ होती हैं जबकि समांतर शिरा-विन्यास युक्त पत्तियों वाले पौधों की जड़ें रेशेदार होती हैं।Incorrect
उत्तरः (a)
व्याख्याःकथन 1 सही है, जबकि कथन 2 गलत है। जड़ें मुख्यतः दो प्रकार की होती हैंः मूसला जड़ एवं रेशेदार जड़ (झकड़ा जड़)।
जालिका रूपी शिरा-विन्यास युक्त पत्तियों वाले पौधों की जड़ें मूसला जड़ होती हैं जबकि समांतर शिरा-विन्यास युक्त पत्तियों वाले पौधों की जड़ें रेशेदार होती हैं।